एस.पी.सक्सेना/देवघर (झारखंड)। पंचायत स्तर पर कोरोना संक्रमण के रोकथाम व बचाव के उद्देश्य से उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री (Deputy commissioner Manjunath bhajantri) की अध्यक्षता में 15 मई को जिले के सभी सेविका, साहिया, सहायिका, जेएसएलपीएस की दीदियों एवं जिला समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रोमोशन सोसाइटी (JSLPS) के अधिकारियों के साथ ऑनलाइन परिचर्चा सह बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में उपायुक्त ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से सभी को कोविड से बचाव, लक्षण, रोकथाम, इलाज, होम आइसोलेशन, चिकित्सकों द्वारा दी गई सलाह, राज्य सरकार व जिला प्रशासन द्वारा जारी आवश्यक गाइडलाइन के अलावा प्रतिरोधक क्षमता को बनाये रखने से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान उपायुक्त भजंत्री ने शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में कोविड वैक्सिन के प्रथम डोज, द्वितीय डोज, कोरोना संक्रमण व वैक्सिनेशन को लेकर जागरूकता के अलावा कोविड नियमों का शत प्रतिशत अनुपालन, साफ-सफाई व कोरोना की रोकथाम पर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान विभिन्न पंचायतों के सेविका, साहिया, सहायिका, जेएसएलपीएस की दीदियों द्वारा अपने-अपने विचार व सुझाव उपायुक्त के समक्ष प्रस्तुत किए गए। अपने अपने पंचायतों में कोविड नियमों का अनुपालन व रोकथाम में शत प्रतिशत अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने की बात एक साथ सभी ने किया।
विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान उपायुक्त भजंत्री ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी अपने-अपने पंचायत, समाज व गांव के आधार है। ऐसे में लोगों को जागरूक और सतर्क करने में आप सभी की भूमिका अति महत्वपूर्ण है। वर्तमान समय मे ग्रामीण क्षेत्रों में सावधानी और सतर्कता के साथ कोविड नियमों का अनुपालन, वैक्सीनशन अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि संक्रमण की चैन को तोड़ा जा सके। उपायुक्त ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर काफी असरदायक साबित हो रही है। इसमें थोड़ी सी लापरवाही से खतरा काफी बढ़ सकता है। ऐसे में संक्रमण के खतरे से बचने के लिए वैक्सिनेशन सुरक्षा कवच है। वर्तमान में सबसे महत्वपूर्ण है कि अपने साथ-साथ अपने परिवार की स्वास्थ्य सुरक्षा का विशेष रूप से ख्याल रखें। वैक्सीन को लेकर भ्रांतियों को हर स्तर पर दूर करने के प्रयास में जिला प्रशासन का सहयोग करें। उपायुक्त भजंत्री ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सिन दिये जाने की प्रक्रिया से अवगत कराते हुए कहा कि ऐसे लोगों को चिन्ह्ति करते हुए उनका निबंधन कराना सुनिश्चित करें, ताकि संक्रमण की चैन को तोड़ा जा सके।
बैठक के दौरान उपायुक्त भजंत्री ने सभी से अपील करते हुए कहा कि वर्तमान में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा हैं। देवघर जिला में कोरोना पोजेटिव मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। ऐसे में शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोविड टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाई जा रही है, ताकि लोगों को आसानी से कोविड टिका दिया जा सके। सबसे महत्वपूर्ण है कि अपने घरों से बेवजह न निकले और किसी वजह से बाहर निकलते है तो चेहरे और नाक को अच्छे से सिंगल या डबल मास्क से ढंक कर रखें। एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के बीच दो से चार मीटर तक की दूरी बना कर रहें। इसके अलावे स्वच्छता पर विशेष ध्यान रखते हुए अपने हाथो को थोड़े समय के अंतराल पर साबुन या हैंडवॉश से अवश्य धोएं। कोरोना को लेकर साफ-सफाई का ध्यान रखते हुए बेवजह अपनी आंख, नाक या मुंह को हाथों से न छुएं। उपायुक्त ने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। बस कोविड नियमों का शत प्रतिशत अनुपालन करते हुए सावधान व सतर्क रहने की जरूरत है। एहतियात बरतते हुए स्वयं को एवं अपने परिवार को सुरक्षित रखें। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति किसी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान न दे और न हीं घबराएँ या पैनिक हों। सभी लोग अपने स्तर से हरसंभव एहतियात बरतें, ताकि कोरोना के प्रसार पर रोक लगाया जा सके। उपायुक्त ने कहा कि अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल, टिशू पेपर या हांथ से ढककर रखें। साफ-सफाई के साथ मास्क या फेस कवर का उपयोग करें। जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें। सबसे महत्वपूर्ण कोविड नियमों का अनुपालन और अपनी बारी आने पर कोविड का टीका अवश्य लगाए और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
बैठक सह परिचर्चा के दौरान उपायुक्त भजंत्री द्वारा जानकारी दी गई कि स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड नियमों के शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करने के अलावा लोगों को सतर्क और जागरूक करने की कड़ी को मजबूत करने के उद्देश्य से आप सबों को जोड़ते हुए व्हाट्सएप ग्रुप बनाने का निर्देश संबंधित अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं संबंधित थानों के थाना प्रभारी को दिया, ताकि 194 पंचायत में वैक्सीनशन, कोविड टेस्टिंग, स्वास्थ्य व्यवस्था की निगरानी को लेकर (सुरक्षित गांव, हमर गांव) बनाने के साथ पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों व कर्मियों को जोड़ा गया है, ताकि पंचायत स्तर की आवश्यकताओं को देखते हुए उसे त्वरित पूरा किया जा सके।
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