होम ईलाजरत कोरोना संक्रमित मरीजों को मुख्यमंत्री राहत कीट करायी जायेगी उपलब्ध-उपायुक्त
एस.पी.सक्सेना/देवघर (झारखंड)। राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (State CM Hemant Soren) की अध्यक्षता में 24 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पूरे राज्य में 25 मई से 5 जून तक ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे व जांच दल कोविड टास्क फोर्स को मुख्यमंत्री राहत कीट, मेडिकल कीट देकर अभियान की शुरूआत एक साथ पूरे राज्य में की गयी।
कार्यक्रम के पश्चात जिला उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने समाहरणालय परिसर में मुख्यमंत्री कोरोना राहत कीट का वितरण करते हुए आंगनबाड़ी सेविका, सहिया और स्वास्थ्य कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि अब आप सबों की जवाबदेही व जिम्मेवारी को और बढ़ा दिया गया है। ऐसे में कल से ‘सुरक्षित गांव हमर गांव’ बनाने के उद्देश्य से आप सभी अपने-अपने क्षेत्रों में अपने जांच दल सर्वे दल के साथ प्रखंड व पंचायत स्तर लोगों को कोविड नियमों के अनुपालन, कोविड वैक्सिनेशन के प्रति जागरूक करते हुए सर्वे कार्यों को तय समय के अनुरूप सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। उपायुक्त भजंत्री द्वारा जानकारी दी गयी कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर कोरोना संक्रमण के रोकथाम व बचाव को लेकर जिला स्तर पर व्यापक जांच अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। साथ हीं जांच अभियान 25 मई से पांच जून तक चलाया जाएगा। इसमें आप सभी सहिया, आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका, सखी मंडल के सदस्यों की टीम घर-घर जाकर सर्वे व जांच करेंगी। इस दौरान जिन व्यक्तियों में कोरोना के लक्षण जैसे, सर्दी-बुखार, खांसी व अन्य लक्षण मिलेंगे, उनकी कोरोना जांच प्रखंड स्तर पर बनाए गए आरएटी बूथों पर कराई जाएगी। यह बूथ किसी स्कूल, पंचायत भवन, सामुदायिक भवन आदि में बनाए जाएंगे। यहां रैपिड एंटीजन टेस्ट से लोगों की कोरोना जांच होगी। सहिया, आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका आदि द्वारा लक्षण के आधार पर चिह्नित किए गए लोगों की कोरोना जांच एएनएम, कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसरों, मल्टीपर्पस वर्कर्स तथा सहिया साथी आदि द्वारा की जाएगी। इसे लेकर सभी को पूर्व में प्रशिक्षण दिया गया है। जांच में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद संबंधित व्यक्ति की चिकित्सकीय जांच होगी। इसके बाद उसके लक्षण के आधार पर होम आइसोलेशन में रखने या कोविड केयर सेंटर में भर्ती करने पर निर्णय लिया जाएगा। होम आइसोलेशन में रहनेवालों को होम आइसोलेशन किट दिया जाएगा। जिन मरीजों के घरों में होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं है, उन्हें कोविड केयर सेंटरों में स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जाएगी। गंभीर लक्षण वाले संक्रमितों को कोविड अस्पतालों में रेफर किया जाएगा। ऐसे में सभी पूरी सावधानी, सतर्कता से अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए जिले के सभी 194 पंचायतों में सर्वे व जांच का काम सुनिश्चित करें, ताकि सही मायने में देवघर जिले के सभी गांवों को “सुरक्षित गांव, हमर गांव” बनाया जा सके।
मुख्यमंत्री कोरोना राहत किट वितरण करने के क्रम में उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने पल्स ऑक्सीमीटर व स्वास्थ्य किट दिये जाने के पश्चात सर्वेक्षण दल और जांच दल के सदस्यों से बातचीत करते हुए उनके द्वारा किये जाने वाले विभिन्न कार्यों की वास्तुस्थिति से अवगत हुए। साथ ही इनसे जुड़ी जानकारियों के अलावा कोविड नियमों के अनुपालन, वैक्सीनशन से जुड़ी जानकारियों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने की बात कही, ताकि आवश्यकता होने पर सम्पर्क कर ऑक्सीमीटर, स्वास्थ्य कीट व मुख्यमंत्री कोरोना राहत कीट का उपयोग कर सकें। इस दौरान सिविल सर्जन डाॅ युगल किशोर चौधरी, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी एबी राॅय, जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी राजीव रंजन एवं आंगनबाड़ी सहिया, सेविका, जेएसएलपीएस की दीदी व स्वास्थ्य कर्मी आदि उपस्थित थे।
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