दुग्ध उत्पादकों को सशक्त करना सरकार की प्राथमिकता-उपायुक्त
एस.पी.सक्सेना/देवघर (झारखंड)। देवघर जिला उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री (Deoghar district deputy commissioner Manjunath bhajantri) ने 15 जुलाई को सारठ प्रखंड के हद में निर्माणाधीन मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट का निरीक्षण कर चल रहे कार्याें की तैयारियों का जायजा लिया।
इस दौरान उपायुक्त ने पूर्ण हो चुके कार्यों के अलावा गोपीबांध स्थित 50 हजार लीटर क्षमता वाले दुग्ध प्लांट के अंतिम चरण के शेष बचे कार्यों को गुणवतापूर्ण तरीके से तय समय पर पूर्ण करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया।
निरिक्षण के क्रम में उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने वर्षा जल संचयन के कार्यों के अलावा परिसर के अंदर सौंदर्यीकरण कार्यों को हरा-भरा रखने के उद्देश्य से फलदार पेड़-पौधे लगाने का निर्देश अधिकारियेां को दिया। निरीक्षण के क्रम मे उपायुक्त निर्माणाधीन प्लांट के अंदर चल रहे कार्यों के अद्यतन स्थिति से अवगत हुए।
साथ हीं प्लांट के यूनिट हेड मिलन मिश्रा को निदेशित किया कि सभी कार्यों को तय समय पर पूर्ण करते हुए कार्यों की वास्तुस्थिति से उपायुक्त कार्यालय को अवगत करायें। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि राज्य के मुख्यमंत्री का प्रयास है कि युवाओं को ज्यादा से ज्यादा आत्मनिर्भर बनाते हुए उन्हें रोजगार से जोड़ा जा सके।
मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट के बन जाने से सारठ प्रखंड के साथ-साथ आस पास के क्षेत्रों के वैसे लोग जो दुग्ध उत्पादन कार्य से जुड़े हुए हैं, उन्हें इसका सीधा लाभ प्राप्त होगा। साथ ही हजारों किसान दूध के व्यवसाय से सीधे जुड़ जायेंगे। यहां से दूध, दही, पनीर, लस्सी, छाछ, आईसक्रीम का प्रोडेक्शन होगा, जो बाजारों मे बिकेगा।
उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान में 50 हजार लीटर क्षमता वाले इस दुग्ध प्लांट को एक लाख लीटर तक बढ़ाया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को यहाँ से जोड़ा जा सके।
इस दौरान उपरोक्त के अलावे अपर समाहर्ता चन्द्र भूषण प्रसाद सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी मधुपुर सौरव भुवानिया, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रवि कुमार, जिला खनन पदाधिकारी राजेश कुमार, मेधा डेयरी के वरीय अधिकारी, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी के साथ-साथ संबंधित विभाग के कार्यपालक अभियंता आदि उपस्थित थे।
501 total views, 1 views today