रवींद्रनाथ टैगोर कृषि महाविद्यालय में टैगोर जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए उपायुक्त

जीवन जीने की नई राह दिखाते हैं रविन्द्रनाथ टैगोर के अनमोल विचार-विशाल सागर

एस. पी. सक्सेना/देवघर (झारखंड)। देवघर जिला के हद में मोहनपुर प्रखंड में स्थित रवींद्रनाथ टैगोर कृषि महाविद्यालय देवघर में 9 मई को गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर जयंती का आयोजन किया गया।

टैगोर जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर देवघर जिला उपायुक्त विशाल सागर शामिल हुए। इस दौरान उपायुक्त ने टैगोर की तस्वीर पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त विशाल सागर ने कहा कि सांस्कृतिक विरासत के एक प्रतीक के रूप में गुरू रविन्द्रनाथ टैगोर को याद किया जाता है।

कहा कि आज के दिन आप सभी बच्चों से मुलाकात करने का अवसर मिला, यह मेरे लिए हर्ष की बात है। उन्होंने कहा कि जैसा कि हम सभी जानते हैं कि रविन्द्र नाथ टैगोर का झारखंड से पुराना नाता रहा है। उनके रचनाओं में झारखंड के प्रकृति, सुंदरता और संस्कृति का वर्णन भी है।

उपायुक्त ने उन्हें याद करते हुए कहा कि एक अच्छे लेखक, कवि, विद्वान, कलाकार, पेंटर, दार्शनिक और नोबेल पुरस्कार विजेता रविन्द्रनाथ टैगोर के विचार पर अमल करते हुए अपने जीवन में आत्मसात करें। इसके अलावे उपायुक्त ने कृषि महाविद्यालय द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वर्तमान में बीएससी एग्रीकल्चर का कोर्स के छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। बहुत जल्द सरकार के स्तर से महाविद्यालय को और बेहतर बनाते हुए और भी कृषि से संबंधित कोर्स यहां शुरू किए जायेंगे।

उपायुक्त ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है। आने वाले समय में क्लाईमेट चेंज की वजह से एग्रीकल्चर का महत्व और बढ़ेगा। ऐसे में आवश्यक है कि अपने पढ़ाई को गंभीरता से लेते हुए अपने राज्य एवं देश के लिए एक बेहतर और काबिल कृषि वैज्ञानिक के रूप मे अपना योगदान दें। उन्होंने महाविद्यालय के सभी बच्चों को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर महाविद्यालय में बच्चों से बात करते हुए उपायुक्त विशाल सागर ने बच्चों को सोशल मीडिया के सही उपयोग के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सोशल मीडिया एक शक्तिशाली उपकरण है, जिसका उपयोग बच्चों को कई तरह से लाभ दे सकता है। लेकिन, इसके कुछ जोखिम भी हैं।

सोशल मीडिया का उपयोग बच्चों को दोस्तों और परिवार से जुड़ने, शिक्षा प्राप्त करने, रचनात्मकता को बढ़ावा देने और नई जानकारी हासिल करने में मदद कर सकता है। हालांकि, सोशल मीडिया का गलत उपयोग बच्चों के लिए हानिकारक हो सकता है, जैसे कि साइबर बुलिंग, गलत जानकारी का प्रसार और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव। ऐसे में सोशल मीडिया के सही और सुरक्षित उपयोग के साथ जिम्मेदार सोशल मीडिया उपयोगकर्ता बनें।

उपायुक्त ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चों को किया पुरस्कृत

कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त सागर ने रविन्द्रनाथ टैगोर कृषि महाविद्यालय में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर पुरस्कृत किया। वहीं महाविद्यालय की छात्र-छात्राओं द्वारा टैगोर की रचना पर आधारित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गयी।
ज्ञात हो कि, रवींद्रनाथ टैगोर जयंती (रवींद्र जयंती) हर साल 7 मई को मनाई जाती है, जो रवींद्रनाथ टैगोर के जन्म दिवस को याद करती है। रवींद्रनाथ टैगोर का जन्म 7 मई, 1861 को हुआ था। बंगाली कैलेंडर के अनुसार, यह दिवस बैसाख महीने के 25वें दिन मनाया जाता है, जो आमतौर पर 8 मई या 9 मई को आता है।

इस अवसर पर उपरोक्त के अलावा जिला जनसंपर्क पदाधिकारी राहुल कुमार भारती, जिला योजना पदाधिकारी मुकेश कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी मोहनपुर संतोष चौधरी, केवीके सुजानी के वरीय वैज्ञानिक राजन ओझा, कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल मनोज कुमार महतो, एसिस्टेंट प्रोफेसर डॉ जयप्रकाश, सहायक जनसम्पर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी एवं महाविद्यालय के प्रोफेसर कर्मी के साथ-साथ महाविद्यालय के सैकड़ो छात्र-छात्रा आदि उपस्थित थे।

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