गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। बीते वर्ष से इस वर्ष वैशाली जिले में डेंगू का प्रकोप बहुत ज्यादा है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े के अनुसार अब तक जिले में 158 डेंगू मरीज है। सदर अस्पताल में डेंगू के 10 बेड है, लेकिन एक बेड पर कई मरीज है।
डेंगू से जूझ रहे वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर स्थित सदर अस्पताल का हाल इतना बुरा है कि वहां जाने वाले मरीजों को अस्पताल रोड के गंदे नाले के पानी से होकर गुजरना पड़ता है।
जिससे स्वस्थ आदमी को भी बीमार होने की संभावना है। जिला मुख्यालय हाजीपुर शहर की स्थिति तो और बदतर है। अब तक लगभग 4 डेंगू के मरीज के इंतकाल के संबंध में बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार सबसे खराब स्थिति हाजीपुर शहर के अनवरपुर, स्टेशन रोड, गांधी आश्रम तथा गुदरी की है, जहां हर घर में डेंगू के मरीज हैं।
इस संबंध में गांधी आश्रम के अधिवक्ता विकास कुमार ने बताया कि गांधी आश्रम का पूरा मोहल्ला डैंप हो गया है। यहां हर घर में डेंगू के एक दो मरीज हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा डेंगू के मच्छरों की रोकथाम के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। डेंगू मरीजों के जांच के लिए सदर अस्पताल में हीं टेस्ट की व्यवस्था है, लेकिन हाजीपुर के निजी अस्पताल और क्लिनिको में एलाइजा टेस्ट के नाम पर 1000 से ₹1500 लिए जा रहे हैं।
ज्यादातर डेंगू के मरीज अपना इलाज निजी चिकित्सा केंद्र में करने को मजबूर हैं। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू के प्रसार की रोकथाम के लिए एंटी लारवा छिड़काव किए जाने का जोर-शोर से प्रसार हो रहा है, लेकिन छिड़काव के नाम पर वार्डों में चुना अन्य किसी लिक्विड का छिड़काव कहीं-कहीं देखने को मिल रहा है। फागिंग की जो बात है वह सिर्फ वीआइपी मोहल्ले या सरकारी कर्मियों के आवास या नगर परिषद के सभापति के वार्ड में देखने को मिल रहा है।
बताया जाता है कि हाजीपुर नगर परिषद के वार्ड नंबर 23 के अधिकांश गलियों में तो चुना का छिड़काव भी नहीं किया गया है। बीते 13 सितंबर को जिलाधिकारी वैशाली यशपाल मीणा ने स्वास्थ्य विभाग और नगर परिषद को सभी मोहल्ले में फॉगिंग का निर्देश दिया। यह निर्देश सिर्फ कागजी दिखता है।
जिलाधिकारी वैशाली मीणा ने सिविल सर्जन वैशाली एवं कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद हाजीपुर को डेंगू की रोकथाम एवं इससे बचाव के सभी जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया था। बैठक में बताया गया कि वैशाली जिला में हाजीपुर नगर क्षेत्र हॉट स्पॉट बना हुआ है।
जिलाधिकारी के द्वारा जिला के सभी चौक चौराहा, हाट बाजार, भीड़भाड़ वाले स्थान पर डेंगू के लक्षण एवं डेंगू से बचाव से संबंधित माइकिंग कराने तथा इससे संबंधित पम्पलेट बनाकर रहिवासियों के बीच वितरित करने का निर्देश दिया गया।
कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद हाजीपुर को पूरे शहर को सेक्टर में विभाजित कर प्रत्येक सेक्टर के लिए अलग से पदाधिकारी/ कर्मी की प्रतिनियुक्ति कर उनके देखरेख में फॉगिंग कराने का निर्देश दिया गया।
सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि जिला के सभी 16 प्रखंडों के लिए 14 सितंबर तक फॉगिंग मशीन खरीद लें और उससे एंटी लार्वा छिड़काव कराएं। लेकिन जिलाधिकारी का यह निर्देश शहर में स्थल पर कहीं दिखाई नहीं देता है।
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