गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के मामले पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का बयान सामने आया है। मांझी ने बीते 13 जुलाई को वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर में नीति आयोग का नाम लेते हुए सब कुछ क्लियर कर दिया।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सह केंद्रीय सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री जीतन राम मांझी ने बीते 13 जुलाई को बिहार के हाजीपुर औधोगिक क्षेत्र स्थित खादी एवं ग्राम उद्योग आयोग (केवीआईसी) के सेंट्रल सिल्वर प्लांट (सीएसपी) का निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने विभिन्न प्रकार के कपास से सिल्वर और टेप बनाने की प्रक्रिया का अवलोकन किया। उन्होंने सीएसपी को आधुनिक मशीनों से लैस करने और प्लांट का उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री मांझी ने कहा कि यह प्लांट जल्द ही आधुनिक मशीनों से लैस होगा। केंद्रीय मंत्री ने सीएसपी हाजीपुर द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से प्लांट में हो रहे कार्यों की जानकारी ली। साथ ही प्लांट के उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए हरसंभव सहायता मुहैया कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि उद्योगों के विकास में किसी तरह की कमी केंद्र द्वारा नहीं आने दी जाएगी।
इसी क्रम में बिहार को केंद्र से विशेष राज्य का दर्जा दिलवाने के प्रश्न पर मांझी ने कहा कि नीति आयोग ने साफ मना कर दिया है कि हम किसी को विशेष राज्य का दर्जा नहीं देंगे। इसलिए पत्थर पर कोई माथा फोड़ेगा तो यह कोई उचित बात नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के लिए जितनी राशि एवं अन्य योजनाओं की जरूरत होगी। पीएम नरेंद्र मोदी बिहार को देंगे।
बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग करने वाले नेताओं को मांझी ने यहां तक कह दिया की बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग करना पत्थर पर सिर पटकने जैसा है। मांझी ने विशेष राज्य के दर्जे की मांग करने वाले नेताओ को नसीहत देते हुए कहा कि यह ठीक नहीं है।
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