जल जीवन मिशन के तहत वर्ष 2024 तक राज्य के सभी ग्रामीण परिवारों को नल से जल मुहैया कराने का लक्ष्य-उप विकास आयुक्त
एस.पी.सक्सेना/बोकारो। बोकारो (Bokaro) के उप विकास आयुक्त जयकिशोर प्रसाद ने 3 अक्टूबर को राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना जल जीवन मिशन के तहत जागरूकता रथ को समाहरणालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जागरूकता रथ के माध्यम से 3 से 8 अक्तूबर तक गाँव-गाँव जाकर जल जीवन मिशन के विषय में समुदाय को जागरूक किया जाएगा।
इस अवसर पर डीडीसी प्रसाद ने बताया कि जल जीवन मिशन के औऱ भी कार्यों जैसे- जल संचयन, भू-जल पुनर्भरण, पानी का पुनःचक्रण, ग्रे-जल प्रबंधन, जल गुणवत्ता निगरानी एवं पेयजलापूर्ति योजनाओं के रख-रखाव में समुदाय और विशेष कर महिलाओं, स्वयं सहायता समूह तथा रानी मिस्त्री की सहभागिता अहम है। उप विकास आयुक्त जयकिशोर प्रसाद ने बताया कि राज्य सरकार एवं यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में जल जीवन मिशन का शुभारंभ किया गया है। जिले में यह कार्यक्रम 02 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक राज्यव्यापी जल जीवन मिशन का संचालन किया जाएगा। जल जीवन मिशन के तहत वर्ष 2024 तक राज्य के सभी ग्रामीण परिवारों को “कार्यरत नल से जल” मुहैया कराने का लक्ष्य निर्धारित है। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन समुदाय की अगुवाई में समुदाय के लिए तथा समुदाय तक पाइप लाइन की मदद से शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कराने का अभियान है। साथ ही बताया कि इस अभियान के तहत जिले में व्यापक प्रचार-प्रसार एवं विभिन्न गतिविधियों के द्वारा जन-जन तक जल जीवन मिशन का संदेश पहुंचाया जाएगा। जिसकी शुरूआत जागरूकता रथ की रवानगी के हो गई है।
जल जीवन मिशन के प्रमुख अवयव निम्न है:-
*कार्यशील घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से प्रत्येक ग्रामीण घर में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 55 लीटर जल आपूर्ति तथा सभी सार्वजनिक स्थानों यथा- विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्रों, स्वास्थ्य केंद्रों आदि में शुद्ध एवं पर्याप्त मात्रा में पेयजल की उपलब्धता होनी चाहिए।*
*अनिवार्य रूप से समुदाय द्वारा स्वामित्व (उपभोक्ताओं/ ग्राम पंचायत का सहयोग)।*
*गंदले जल का प्रबंधन (सोख्ता गड्ढा, कचरा स्थितिकरण, तालाब आदि)।*
*जल-स्रोतों का स्थायित्व (बोरवेल पुनर्भरण संरचना, वर्षा जल संचय आदि)।*
इस अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु निर्धारित रूपरेखा निम्नलिखित है:-
*2 अक्तूबर 2020 को जल पर विशेष ग्राम सभा के साथ इस अभियान का शुभारंभ किया गया*
*3 से 8 अक्तूबर तक जल जीवन मिशन जागरूकता रथ के माध्यम से गाँव-गाँव जाकर इस अभियान के विषय में समुदाय को बताया जाएगा।*
*5 से 6 अक्तूबर तक जिला जल जाँच प्रयोगशाला के माध्यम से चिन्हित ग्राम कार्य योजना के लिए जल स्रोतों का जल गुणवत्ता जाँच किया जाएगा।*
*7 अक्तूबर 2020 तक समुदाय के द्वारा जल संरक्षण पर पहल की जाएगी*
*8 एवं 10 अक्तूबर को वीएचएनडी के दौरान सुरक्षित जल भंडारण, रख-रखाव एवं उपयोग पर चर्चा किया जाएगा।*
*9 से 10 अक्तूबर तक प्रखंडवार जल जीवन मिशन के तहत ग्राम कार्य योजना बनाने पर बैठक/ उन्मुखी कार्यक्रम किए जाएंगे।*
*आगामी 15 अक्तूबर को विश्व हाथ धुलाई दिवस पर हाथ धुलाई कार्यक्रम एवं कोरोना वाइरस के संक्रमण से बचाव हेतु जानकारी दी जाएगी।
जागरूकता रथ की रवानगी के दौरान कार्यपालक अभियंता पेयजल स्वच्छ प्रमंडल चास संजय प्रसाद, कार्यपालक अभियंता पेयजल स्वच्छ प्रमंडल तेनुघाट रामप्रवेश राम, यूनिसेफ से घनश्याम सहित अन्य उपस्थित थे।
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