सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। झारखंड व् ओडिसा के सीमाक्षेत्र पर पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में सारंडा स्थित नक्सलियों की कभी राजधानी रही थोलकोबाद में बीते 4 दिसम्बर को सीआरपीएफ की 26वीं वाहिनी द्वारा सामग्री वितरण किया गया।
सीआरपीएफ की 26वीं वाहिनी के कमांडेंट राजीव रंजन के निर्देशानुसार सिविक एक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया, जिसमें डी/26वीं वाहिनी के सहायक कमांडेंट एम. के. चौरसिया द्वारा थोलकोबाद, दुमांगदिरी, बालेहातु, राटामाटी, टोयबो, आदि।
नूरदा, गुंडीजोरा आदि गांवों के स्थानीय ग्रामीण व युवा के बीच सामग्री का वितरण किया। इस दौरान ग्रामीणों के बीच साइकिल, सोलर लाइट, मच्छरदानी, टीन सीट तथा गांव के बच्चों और युवाओं को खेलकूद के प्रति जागरुक करने हेतु फुटबॉल, वॉलीबॉल, वॉलीबॉल नेट, क्रिकेट सेट आदि सामान वितरण किया गया।
ज्ञात हो कि थोलकोबाद का दुमांगदिरी टोला पांच लाख रुपये का ईनामी कुख्यात नक्सली दिरीसुम उर्फ कांडे होनहागा एवं इसका नक्सली पुत्र सोनाराम होनहागा का गांव है, लेकिन गांव के ग्रामीण नक्सली विचारधारा से दूर पुलिस व सीआरपीएफ के साथ निरंतर खडे़ दिखते हैं।
सीआरपीएफ भी समय-समय पर इन ग्रामीणों को यथासंभव सहयोग करती रही है। इस अवसर पर छोटानागरा थाना से पुलिस उप निरीक्षक अनिकेत कुमार, ग्रामीण मुंडा व रहिवासी उपस्थित थे।
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