एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में पेटरवार प्रखंड के अंगवाली उत्तरी पंचायत स्थित धर्म संस्थान मैथान टुंगरी में श्रीश्री राम चरित मानस नवाह्न परायण पाठ एवं नौ दिवसीय यज्ञ मे श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।
इस अवसर पर यूपी के अयोध्या धाम से आयी मानस कोकिला अनुराधा सरस्वती ‘रामायनी’ ने प्रवचन के कहा कि अरण्य काण्ड की चर्चा करते हुए कहा कि जहां श्रीरामचरित मानस में वर्णन किया है कि अरण्य काण्ड में भगवान श्रीराम को दो नारियां मिली, एक है सूर्पनखा और दूसरी हैं मां शबरी। सूर्पनखा समीक्षा कर रही हैं तथा मां शबरी प्रतीक्षा कर रही हैं।
सूर्पनखा के हृदय में राग है तथा मां शबरी के हृदय में अनुराग है। जिसके हृदय में राग है। उसे चलकर परमात्मा के पास जाना पड़ा है, परंतु जिसके हृदय में अनुराग है उसके पास भगवान राम स्वयं चलकर गए। अर्थात परमात्मा ने दुनिया वालों को यह संदेश दिया है कि यदि जीव मुझे प्राप्त करना चाहता है तो उसे मुझसे प्रेम का नाता जोड़ना ही होगा।
बगैर प्रेम के परमात्मा की कृपा प्राप्त नहीं हो सकती। परमात्मा किसी विशेष वर्ण जाति धर्म-संप्रदाय को ध्यान में रखकर कृपा नहीं करते, बल्कि वह तो अंतःकरण की सुंदरता को देखकर भक्ति और प्रेम के नाते अपने भक्तों का सदैव कल्याण करते हैं।
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