सात दिवसीय श्रीमदभागवत कथा ज्ञान महायज्ञ में लगी भक्तों की भीड़

श्रीकृष्ण का अर्थ है सबसे अधिक आकर्षक-बाल विदुषी लाड़ली

प्रहरी संवाददाता/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में बेरमो प्रखंड के जरीडीह बाजार में चल रहे सात दिवसीय संगीतमय श्रीमदभागवत कथा ज्ञान महायज्ञ के चौथे दिन 7 दिसंबर को बोकारो डीएसपी (DSP) पवन कुमार, मुख्य यजमान मदन मोहन अग्रवाल एवं रेणुका अग्रवाल द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया।

इस अवसर पर पूजन माल्यार्पण के पश्चात वृंदावन से पधारी सुविख्यात राष्ट्रीय सरस् प्रवक्ता बाल विदुषी लाडली शरण ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म इस बात को दर्शाता है कि उनका आध्यात्मिक एवं भौतिक दोनों जगत में आधिपत्य था।

भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा दी गई शिक्षा आज के समय के अनुसार प्रासंगिक है, क्योंकि इसके द्वारा न तो आप भौतिक जगत में पूर्ण रूप से खो जाते हैं और न भौतिक जगत को पूर्ण रूप से छोड़ देते हैं। गोकुलाष्टमी का उत्सव मनाने का अर्थ है कि आप बिल्कुल विपरीत, लेकिन फिर भी एक-दूसरे के पूरक गुणों को ग्रहण करें तथा उन्हें अपने जीवन में लागू करें।

उन्होंने उपस्थित भक्तजनों से कहा कि श्रीकृष्ण का अर्थ है, सबसे अधिक आकर्षक। जो आपकी आत्मा है, आपका अस्तित्व है। राधे-श्याम अनंत को दर्शाता है। राधे व्यक्तिगत जीवन हैं और श्याम जीवन का अनंत स्वरूप हैं। कृष्ण प्रत्येक जीव की आत्मा हैं।

जब हमारा सच्चा स्वाभाविक स्वरूप चमकता है, तब हमारे व्यक्तित्व में निखार आता है। हमें कुशलताएं प्राप्त होती है। जीवन में समृद्धि आती है।

चित्रकूट धाम से पधारे सुविख्यात राष्ट्रीय प्रखर प्रवक्ता युवा महन्त श्रीश्री 108 स्वामी सीताराम शरणजी महाराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं,” जिनके पुण्य कर्म फलीभूत होने लगते हैं, वे सभी प्रकार के दुखों से मुक्त हो जाते हैं।

मेरी ओर बढ़ने लगते हैं। जिनके पाप कर्मों का अंत नहीं हुआ है, वे अज्ञान और माया में उलझे रहते हैं।” उन्होंने कहा कि जब आप प्रकाश की ओर चलते हैं, तब अज्ञान का अंधकार स्वतः ही मिटने लगता है। पाप वह है, जो आपको प्रकाश की ओर चलने नहीं देता है।

यही दुख, दर्द और पीड़ा का कारण है। जब एक व्यक्ति यह बात पूर्ण रूप से समझ जाता है कि मैं एक शरीर नहीं हूं। मैं शुद्ध चेतना हूं। तब उसके भीतर शक्ति का संचार होता है।

रांची से पधारी राष्ट्र बचाओ आंदोलन के प्रदेश अध्यक्ष अंकिताश्री ने कहा कि इस कथा में आकर मुझे आनंद मिली। वे बहुत सौभाग्यशाली हैं जो कथा श्रवण कर आनंद ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि सत्संग सेवा साधना की गहराई में जाकर लोग गोता लगा रहे हैं।

ऐसा अवसर हमे बार बार मिले। कार्यक्रम में मुख्य रूप से समाजसेवी सह अग्रवाल कल्याण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, सौरभ अग्रवाल, सुशील अग्रवाल, रेणुका अग्रवाल, संगीता अग्रवाल, सांभवी प्रिया, स्वेता गोयल, बृजेश शाह, संगीता अग्रवाल, आदि।

अनु अग्रवाल, रश्मि अग्रवाल, सुमन अग्रवाल, प्रणय अग्रवाल, अनुराग अग्रवाल, ऋषभ अग्रवाल, तुषार अग्रवाल, प्रियेश अग्रवाल, रिया अग्रवाल, श्रेया अग्रवाल, छीतर जी अग्रवाल, कृष्ण कुमार चांडक, सुमन अग्रवाल, रामावतार अग्रवाल सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

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