जनपक्षीय पत्रकारों पर दिल्ली में हमले के खिलाफ भाकपा माले का प्रतिरोध मार्च

एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। देश की राजधानी दिल्ली में आघे दर्जन से अधिक जनपक्षीय पत्रकारों के घरों पर छापेमारी और उन्हें हिरासत में लिए जाने की निंदनीय घटना के खिलाफ 4 अक्टूबर को समस्तीपुर जिला के हद में ताजपुर में भाकपा माले के बैनर तले कस्बेआहर कबीर मठ से प्रतिवाद मार्च निकालकर सभा किया गया।

प्रतिवाद मार्च में भाकपा माले ताजपुर प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, संजीव राय, मो. एजाज, मो. शकील, सुशील कुमार, दिनेश राय, उमेश पासवान, अर्जुन कुमार आदि शामिल रहे।

इस अवसर पर माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता पर लगातार हमला जारी है। उन्होंने कहा कि जिन पत्रकारों के घरों पर दिल्ली पुलिस द्वारा छापा मारा गया है, वे दशकों से निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए जाने जाते हैं।

साथ हीं हमेशा से सत्ता को आईना दिखाने का काम करते रहे हैं। ऐसे पत्रकारों पर छापेमारी कर केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधीन काम करने वाली दिल्ली पुलिस न केवल इन पत्रकारों को जनसरोकारों के पक्ष में खड़े रहने के लिए धमकाने की कोशिश कर रही है, बल्कि वह, इनसे इतर भी जो पत्रकार जनसरोकारों से जुड़े हैं, उन्हें भी भयाक्रांत करने की कोशिश कर रही है।

इससे साफ है कि केंद्र की मोदी सरकार देश में केवल अपना गुणगान करने वाला चारण मीडिया चाहती है। जिसे लोकप्रिय तौर पर गोदी मीडिया कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की इस कार्यवाही के बाद दुनिया भर में प्रेस स्वतंत्रता के मामले में देश की साख और रसातल को जाएगी। हम तत्काल मीडिया की स्वतंत्रता पर हमले की इस कार्यवाही को रोके जाने की मांग करते हैं।

माले नेता सिंह ने कहा कि धरातल की हलचल के संदेशों को सामने लाने वाले संदेशवाहक मीडिया का शिकार करने के बजाय, मोदी सरकार को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। कहा कि इस मुल्क में बीते साढ़े नौ साल से बरपायी गयी तबाही के लिए मोदी सरकार को देश से माफी मांगनी चाहिए।

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