प्रहरी संवाददाता/बगोदर (गिरिडीह)। किसान विरोधी तीनो कृषि कानूनों की वापसी के मोदी की भाजपा सरकार के फैसले आने पर भाकपा माले (Bhakpa Male) और उनसे सम्बद्ध जन संगठनों ने 19 नवंबर को गिरिडीह जिला के हद में बगोदर में विजय जुलूस निकाला।
विजय जुलूस सरिया रोड स्थित किसान भवन से शुरू होकर समूचे बाजार तक गया और बस स्टैंड पहुंचकर नुक्कड़ सभा मे तब्दील हो गया।
सभा को संबोधित करते भाकपा माले विधायक विनोद कुमार सिंह (MLA Vinod Kumar Singh) ने कहा कि एक साल तक लगातार हज़ारो हज़ार किसानों द्वारा देश के कोने कोने में चलाये जा रहे आंदोलनों के परिणामस्वरूप मोदी सरकार को मजबूरन नए काले कृषि कानूनों की वापसी करने का फैसला लेना पड़ा है।
यह महान किसान आंदोलन की महत्वपूर्व और ऐतिहासिक जीत है।पर यह जीत बेमानी हो जाएगी अगर मोदी सरकार किसानों को एमएसपी की गारंटी न कर पाए। इसलिए सरकार को चाहिए कि वो किसानों को अपने फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की गारंटी करे।
उन्होंने कहा कि साजिशन किसानों पर गाड़ी चढ़ाकर उनकी हत्या करने वाले गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा उर्फ टेनी को केंद्रीय मंत्रिमंडल से अविलंब बारखस्त करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश के सार्वजनिक संस्थानों यथा रेल, तेल, भेल, सेल, कोयला, लोहा, एयर इंडिया समेत अन्य सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण करने से आम जनता का भला नही होने वाला है। इससे देश एक बार फिर निजी कंपनी मालिकों के हाथों गुलाम हो जाएगा। अतएव निजीकरण पर अविलंब रोक देश के हित में होगा।
मौके पर माले बगोदर प्रखंड सचिव पवन महतो, पूनम महतो, सरिता महतो, सरिता साव, मुस्ताक अंसारी, शेख तैयब, संदीप जयसवाल, पूरन कुमार महतो, पुरन चंद महतो, बासुदेव विद्यार्थी, भोला महतो, रमेश मेहता, बिहारीलाल मेहता, रामचंद्र यादव, प्रवीण कुमार महतो,आदि।
जाकिर अंसारी, पूरन मिर्धा, सुनील कुमार महतो, राजकुमार रवानी, मुखिया महेश कुमार महतो, मुखिया जमरुद्दीन अंसारी, सुनील राम, मुखिया अख्तर अंसारी, राजेन्द्र शर्मा, प्रवीण कुमार महतो, लीलावाती देवी समेत दर्जनों ग्रामीण रहिवासी उपस्थित थे।
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