एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर(बिहार)। जन संस्कृति मंच के तत्वाधान में भगत सिंह की विचारधारा और आज के भारत के समक्ष चुनौतियां शिर्षक विषय पर गोष्ठी का आयोजन 23 मार्च को महासंघ गोपगुट कार्यालय में डा० खुर्शीद खैर (Doctor Khurshid Khair) की अध्यक्षता एवं जीतेंद्र कुमार (Jitendra Kumar) के संचालन में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर मनीषा कुमारी, प्रिति कुमारी, रौशन कुमार, गंगा प्रसाद पासवान, राम कुमार, लोकेश राज, सोनू कुशवंशी, जीतेंद्र सहनी आदि ने गोष्ठी में अपने- अपने विचार व्यक्त किया।
वक्ताओं ने कहा कि अपने को भारत के सभ्यता- संस्कृति के रक्षक बताने वाले ही आज इसे अपने गलत नीति के कारण बर्बाद करने पर आमादा है। आज जाति- सांप्रदाय सूचक गीत एवं गायक पर कार्रवाई करने से सरकार भाग रही है। भाजपा के मुख्यमंत्री फटा जींस, भारत पर 2 सौ साल अमेरिका का शासन करना बताकर जनवादी मुद्दे से देशवासियों का ध्यान भटकाना चाह रहा है। वक्ताओं ने कहा कि आज संस्कृति बचाने के नाम पर खास समुदाय को टारगेट किया जा रहा है। शहरी बुद्धिजीवी को नया नाम अरबन नक्सली कहा जा रहा है। सच लिखने वाले, बोलने वाले को जेल में डाला जा रहा है. ऐसी स्थिति में जसम के समक्ष बड़ी चुनौतियां हैं। जसम इसे स्वीकार करते हुए आगे बढ़ेगा। इस मौके पर उपस्थित गणमान्य लोगों ने जसम में बड़ी संख्या में लेखक, कवि, वकील, चिकित्सक, पत्रकार आदि बुद्धिजीवियों को जोड़कर जसम की गतिविधि को तेज करने का संकल्प लिया।
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