ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में तेनुघाट में बेरमो जिला बनाओ संघर्ष समिति के संयोजक संतोष नायक का अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन 86 दिन पूर्ण होने के उपरांत इसे स्थगित करने का निर्णय समिति द्वारा लिया गया है।
ज्ञात हो कि धरना में लगातार सहयोगी के रूप में समिति के सह संयोजक कुलदीप प्रजापति, संतोष श्रीवास्तव, मिथुन चंद्रवंशी एवं मुकेश कुमार महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे। समिति के अध्यक्ष कामेश्वर मिश्रा एवं सचिव वकील प्रसाद महतो सहित व्यवहार न्यायालय तेनुघाट के सभी अधिवक्ता का भरपूर समर्थन मिला है।
झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन एवं स्पीकर रविंद्र नाथ महतो के सकारात्मक आश्वासन पर तत्काल धरना प्रदर्शन को स्थगित कर कुछ दिनों के लिए विराम दिया गया है। समिति के अनुसार सरकार द्वारा की गई पहल यदि आने वाले कुछ माह में नहीं दिखाई दिया तो लोकसभा चुनाव के बाद यह आंदोलन उग्र आंदोलन में तब्दील होने की पूर्ण संभावना है। जिला बनाओ संघर्ष समिति बेरमो के 15 लाख जनता के भावनाओं के अनुरूप काम करेगी और हर हाल में बेरमो को जिला बनाने का जो सपना देखा है वह पूर्ण होकर रहेगा।
संघर्ष समिति को समर्थन करने का कारवां दिन प्रति दिन विशाल होता जा रहा है। बताया जाता है कि 28 फरवरी को 85 दिन बाद ऑल झारखंड रैयत विस्थापित प्रभावित मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष आशीष कुमार, सोमरा मुंडा एवं नरेश नायक द्वारा लिखित में अपना समर्थन सौंपा।
आंदोलन को धारदार बनाने में गोमियां विधायक डॉक्टर लंबोदर महतो, बोकारो जिला परिषद अध्यक्ष सुनीता देवी, भाजपा बोकारो जिला ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष चितरंजन साव, मुखिया नीलम श्रीवास्तव, तारामनी भोक्ता, जिला परिषद सदस्या माला कुमारी, भाकपा नेता आफताब आलम, गणेश प्रसाद महतो, भाजपा नेता रामकिंकर पांडेय, शालिग्राम प्रसाद सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता एवं राजनीतिक क्षेत्र के विभिन्न दलों के नेता का भी भरपूर सहयोग रहा है।
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