कामगारों ने आउटसोर्सिंग कार्य को भी किया गया बाधित
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में सीसीएल कथारा क्षेत्र के कथारा कोलियरी खदान में 18 दिसंबर को प्रबंधन द्वारा संडे डियूटी कटौती करने के विरोध में कामगारों ने काम का बहिष्कार किया। इस अवसर पर यहां के सीसीएल कामगारों ने आउटसोर्सिंग कार्य को भी बाधित किया तथा प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रबंधन पचास प्रतिशत कामगारों को हीं संडे डियूटी देकर काम करवाना चाहती थी। वहीं कामगार सौ प्रतिशत संडे डियूटी की मांग कर रहे थे। इधर 18 दिसंबर की प्रथम पाली छह बजे डियूटी पर कामगार जब पहुंचे एवं हाजिरी घर में पचास प्रतिशत संडे डियूटी दिए जाने की जानकारी उन्हें मिली इसपर वे भड़क गये।
इसका विरोध करते हुए कामगारों ने काम का बहिष्कार कर दिया। जब इसकी सूचना प्रबंधन को मिली तो लगभग साढ़े नौ-दस बजे कथारा कोलियरी के परियोजना पदाधिकारी बीके साहू, खान प्रबंधक गोपाल सिंह मीणा, आदि।
ऑपरेशन इंचार्ज आरके सिंह, विद्युत एवं यांत्रिक विभाग के फोरमैन इंचार्ज डीबी माझी खदान पहुंचकर ट्रेड यूनियन प्रतिनिधियों से वार्ता की एवं संडे सौ प्रतिशत नहीं बल्कि कामगारों को साठ प्रतिशत संडे देने पर सहमति दी। इस पर मजदूर प्रतिनिधि राजी नहीं हुए और काम का बहिष्कार कर दिया। जिससे कोलियरी का काम काज पूर्णरूपेण ठप्प रहा।
इस अवसर पर यूनियन प्रतिनिधियों ने कहा कि सीटीओ के कारण लगभग दस महीनों से माइंस बंद रहा। जब 3 दिसंबर से कोलियरी चालू हुआ तो कामगारों में उत्साह जगी एवं प्रबंधन द्वारा शत प्रतिशत कामगारों को संडे भी दी गई। इधर ट्रेड यूनियनों से बिना राय विचार लिये अचानक संडे डियूटी में कटौती कर दिया गया।
यदि प्रबंधन बीते 17 दिसंबर को ही यूनियन प्रतिनिधियों से वार्ता कर निर्णय लेती तो शायद कामगारों द्वारा काम का बहिष्कार नहीं किया जाता और कामकाज ठप्प करने की नौबत नहीं आती।
मौके पर यूनियन प्रतिनिधियों में इस्लाम अंसारी, राजू स्वामी, गणेश गोप, राजीव कुमार पांडेय, रामेश्वर चौधरी, यदुनाथ गोप, देवनारायण यादव, देवाशीष आस, विनोद यादव, कन्हैया राम, बच्चू राम, भागीरथ चौहान, अजीत एक्का, बिन्दुचंद हेंब्रम सहित बड़ी संख्या में महिला-पुरुष कामगार उपस्थित थे।
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