प्रशासन के नाक के नीचे बंद खदानों से रोजाना होती है कोयले की चोरी

नंद कुमार सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिले (Bokaro district) के दर्जनों बंद कोयला खदानों से कोयले की चोरी धड़ल्ले से जारी है। स्थानीय पुलिस (Police) की मिली भगत से अवैध कोयले की तस्करी चरम पर है। बेरमो कोयलांचल में ऐसे कई बंद खदानों से स्थानीय लोग अपनी जान का जोखिम उठाकर कोयला चुराते हैं।

बेरमो कोयलांचल क्षेत्र मे धड़ल्ले से कोयले का अवैध खनन किया जा रहा है। इसमें स्थानीय पुलिस की मिली भगत होने की भी बात कही जा रही है। बताया जाता है कि सुनियोजित तरीके से खदान में लगभग 200 महिला और पुरुष, 50 से 100 मीटर खदान के अंदर घुसकर गैंता, कोरी (कुदाल) जैसे समानों से कोयले का खनन करते हैं।

फिर उसे बोरे में भर कर खदान के ऊपर लाते हैं। इसके बाद यहां से दूसरे गैंग के लोग इस कोयले को साइकिल, मोटरसाइकिल (Motorcycle) या स्कूटर में लाद कर बड़े कोयला माफिया के पास ले जाते हैं। साइकिल और स्कूटर से कोयला ढो रहे लोगों में स्थानीय पुलिस का जरा भी खौफ नहीं दिखता।

आरोप है कि इसके एवज में स्थानीय प्रशासन (Administration) को मोटी रकम चुकायी जाती है। कोयला चोरी में लगे लोगों की मानें तो रोजाना लगभग 10 से 20 हजार की वसूली निजी लोगों के द्वारा यहां की जाती है। रात लगभग 2 बजे से सुबह के 10 बजे तक प्रतिदिन सैकड़ों टन कोयले का अवैध खनन किया जाता है।

आपको बता दें कि बोकारो एसपी चंदन झा ने सभी थानों को कड़े निर्देश दिए थे कि किसी भी थाना क्षेत्र में अवैध उत्खनन नहीं होना चाहिए। अगर अवैध उत्खनन हुआ तो इसकी जवाबदेही उस थाना के प्रभारी की होगी।

बेरमो के पूर्व विधायक योगेश्वर महतो (MLA Yogeshwar Mahto) बाटुल ने कहा कि प्रशासन के नाक के नीचे प्रतिदिन कोयला की चोरी हो रही है। सरकार और प्रशासन मुख दर्शक बनी हुई है। ऐसा उन्होंने अपने 20 साल के राजनीतिक जीवन में नहीं देखा था।

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