डीजीएमएस के सुरक्षा दावा कोलियरियों में बेअसर
एन.के.सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में सीसीएल बीएंडके (CCL B&K) क्षेत्र के कारो कोलियरी में इन दिनों आउटसोर्सिंग द्वारा उत्खनन का कार्य किया जा रहा है। उत्पादन में सुरक्षा नियमों का पालन नहीं हो रहा है।
बताया जाता है कि कारो कोलियरी में कामगारों को समुचित सुरक्षा उपकरण जैसे हेलमेट, जूता, मास्क, बेल्ट आदि उपलब्ध नहीं कराया गया है। यहां पर्यावरण सुरक्षा को ताक पर रखकर पेड़- पौधों को हानि पहुंचा कर उत्खनन किया जा रहा है।
उत्खनन के दौरान बेंच बनाने पर भी ध्यान नहीं दिया जाता है, जिसके कारण खदान मौत का कुआं बन गया है। यदि कोडरमा रिजन के डीजीएमएस यहां आकर मौत का कुआं का खेल सर्कस की तरह करावे तो उनको काफी सराहना मिल सकती है।
ज्ञातव्य हो कि डीजीएमएस का हर महीने क्षेत्र में दौरा होता है, लेकिन निरीक्षण करने से अधिक वह प्रबंधन पर ज्यादा ध्यान देते हैं। ऐसा लोगों द्वारा कहा जाता है। इस संबंध में 21 सितंबर को कारो प्रोजेक्ट सुरक्षा समिति की बैठक हुई।
जिसमें वरीय प्रबंधक शंकर झा, प्रबंधक बीसी शुक्ला सहित ओभरमैन अनिल सिंह, निरंजन सिंह, डोमन पासवान, तन्मय डे, भागीरथ मिश्रा, बजरंगी, निराकांत, अभिमन्यु, सोमन मांझी, एमटी सत्य प्रकाश, माईन इंचार्ज विनय कुमार पंडित आदि उपस्थित थे। जिसमें कामगारों को सुरक्षा नियम का पालन करते हुए उत्पादन करने का पाठ पढ़ाया गया।
उनका यह पाठ मात्र दिखावा ही है। यह महज उपर के पदाधिकारियों के आंखों में धूल झोंकने जैसा है। यदि जमीनी हकीकत की जांच की जाए, तो इस खदान में सेक्शन 22 लगाने की स्थिति बनी हुई है। लेकिन डीजीएमएस मेहरबान तो क्या करेगा लिखने वाला या शिकायत करने वाला।
इस संबंध में कोडरमा रीजन के डीजीएमएस अधिकारी ए के मिश्रा ने कहा कि इस संबंध में कोई लिखित शिकायत प्राप्त होगी तो निश्चित रूप से कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि डीएमएस ए नायडू का स्थानांतरण हो गया है।
वह आते जाते रहते थे। उनके जगह पर कोई आता है तो निश्चित रूप से क्षेत्र का दौरा कर वस्तु स्थिति की जानकारी लेंगे। उन्होंने कहा कि यदि कोई लिखित सूचना या शिकायत प्राप्त होती है तो इसकी जांच कर वे कार्रवाई करेंगे।
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