एस. पी. सक्सेना/बोकारो। कोयला खदान शिक्षक मोर्चा सीसीएल प्रक्षेत्र के अध्यक्ष प्यारेलाला यादव ने सीसीएल के निदेशक कार्मिक (डीपी) को पत्र भेजकर सीसीएल (CCL) द्वारा संचालित अनुदानित विद्यालयों के शिक्षको की समस्याओं से अवगत कराया है। पत्र की प्रति उन्होंने सीसीएल के सीएमडी, जीएम वेलफेयर, जीएम समाधान, जीएम सीएसआर और मुख्य कार्मिक प्रबंधक को दिया है।
मोर्चा अध्यक्ष यादव ने प्रेषित पत्र में कहा है कि अनुदानित विद्यालयों के शिक्षको को विगत 15 महीनों से अनुदान राशि नहीं मिली है, जिससे शिक्षक और उनके परिवार भुखमरी के कगार पर है। अर्थाभाव में इलाज के बिना अनुदानित विद्यालयों के तीन शिक्षको को मौत हो चुकी है।
सीसीएल अधिकारियों द्वारा मांग की गई आवश्यक स्कूल, बच्चे एवं शिक्षकों से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी और प्रमाण पत्रों की छायाप्रति क्षेत्रीय कार्यालय के माध्यम से मुख्यालय दरभंगा हाउस रांची भेजी जा चुकी है। फिर भी अधिकारियों की अनदेखी और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण आज शिक्षक और उनके आश्रित भूखे मरने को बजबूर हैं।
वैश्विक महामारी कोरोना ने पहले ही स्कूलों के रीढ़ को तोड़कर रख दिया है। अब अधिकारी बच्चो की संख्या और उनके आधार नंबर को लेकर जांच करने के नाम पर वित्तीय वर्ष 2021-22 का अनुदान रोके हुए है, जो एक अमानवीय कार्य है। उक्त जानकारी मोर्चा के सीआईएल प्रक्षेत्र के संगठन सचिव आर पी सिंह ने दी।
सिंह ने कहा कि स्कूल और उसके शिक्षक कही भागे नही जा रहे हैं। आप जब चाहें जांच करा लीजिए।लेकिन जब बच्चे बोर्ड की परीक्षा में संलग्न है तो अगस्त माह तक उनका फिजिकल जांच करना संभव नहीं है।इसलिए डीपी से आग्रह है कि ग्रांट इन एड अविलम्ब उपलब्ध कराई जाय, जिससे शिक्षको और उनके परिजनों को आर्थिक तंगी से हो रहे नुकसान से बचाई जाय।
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