हेमंत के विकास का खाका पर ही काम आगे बढ़ेगा-सीएम

एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन 6 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन ने कहा कि जो विकास का खाका पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खींचा था, उस पर ही काम आगे बढ़ेगा।

सीएम सोरेन ने कहा कि राज्य के आदिवासी, दलित, मूलवासियों के सामाजिक, आर्थिक विकास के लिए, भूमि पुत्रों के लिए विशेष योजना जो बनी है, वे उसे ही आगे बढ़ायेंगे। सीएम भानु प्रताप शाही के सवाल का जवाब दे रहे थे।

शाही ने सवाल किया कि पार्ट-1 में 4 सालों में 6000 महिलाओं के खिलाफ बलात्कार के मामले दर्ज हुए। इसमें से 4000 आदिवासी, दलित महिलाएं हैं। क्या वर्तमान पार्ट-2 सरकार में इसे आगे बढ़ाया जायेगा? भानु ने कहा कि हर साल पांच लाख युवाओं यानि अबतक 20 लाख युवाओं को नौकरी नहीं देने, बेरोजगारी भत्ता यह पार्ट-2 वाली सरकार भी नहीं देगी। राज्य में बालू, पत्थर, कोयला, जमीन की लूट, शराब घोटाला इस सरकार में भी होता रहेगा। मुख्यमंत्री को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

शाही ने कहा कि वास्तव में चम्पई सोरेन 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही मुख्यमंत्री बने। रामलला धरा पर आये और उसके बाद ही चम्पई मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान हुए। हरे झंडे वाले और हरा चश्मा पहनने वालों को हरा दिखाई देता है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर झारखंड के लिए आंदोलन किसके खिलाफ चल रहा था। उस समय तो भाजपा नहीं थी।

पिछले 40 सालों में आदिवासियों को कांग्रेस ने केवल लालीपॉप पकड़ाया। शाही ने कहा कि शिबू सोरेन यदि झारखंड आंदोलन के लिए लड़े, तो छत्तीसगढ़-उत्तराखंड के लिए किसने लड़ाई लड़ी? यह भाजपा का विशाल हृदय था, जो तीन-तीन राज्य बनवाया। झारखंड बनने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी ने आदिवासी नेता बाबूलाल मरांडी को मुख्यमंत्री बनाया।

फिर अर्जुन मुंडा बने, शिबू सोरेन को भी भाजपा के सहयोग से मुख्यमंत्री बनाया गया था। फिर अर्जुन मुंडा के मुख्यमंत्री बनने पर डिप्टी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बनाया गया था। आज राष्ट्रपति के पद पर आदिवासी महिला हैं, जो बताता है कि भाजपा आदिवासी समाज के लिए क्या सोंच रखती है।

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने पांच फरवरी को सदन में भाजपा पर उन्हें जेल भेजे जाने का साजिश रचने की बात कही थी। कोई बताये कि चिरूडीह हत्याकांड, शशिनाथ झा हत्याकांड, नोट फॉर वोट में शिबू सोरेन को जेल किसने भेजा? कोयला घोटाले में उन्हें जेल भेजनेवाली यही कांग्रेस पार्टी रही है। उन्हें 4 सालों तक जेल में रखकर उनके पॉलिटिकल जीवन को नुकसान पहुंचाया।

कोई ऐसा सगा नहीं, जिसे कांग्रेस ने ठगा नहीं। शिबू सोरेन, मधु कोड़ा, बंधु तिर्की को भी कांग्रेस की साजिश से जेल जाना पड़ा। लालू यादव, ओमप्रकाश चौटाला, करुणानिधि, जयललिता, वाईएस आर रेड्डी समेत कई अन्य नेताओं को भी कांग्रेस के कारण जेल जाना पड़ा।

लोकतंत्र की सबसे पापी पार्टी कांग्रेस ही है। सत्ता पक्ष कहता है कि इस राज्य में सबसे अधिक शासन भाजपा ने किया, वे अपना हिसाब ठीक करें। 10 साल नौ माह ही भाजपा का नेतृत्व यहां दिखा। जबकि, बाकी समय कांग्रेस, झामुमो, राजद और राष्ट्रपति शासन रहा।

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