पीयूष पांडेय/बड़बिल (ओडिशा)। ओडिशा के मुख्यमंत्री (सीएम) नवीन पटनायक ने बीते 16 फरवरी को जगतसिंहपुर जिले का दौरा किया। सीएम ने पारादीप के ढिनकिया में दुनिया के सबसे बड़े इस्पात संयंत्रों में से एक की आधारशिला रखी।
मुख्यमंत्री के साथ जेएसडब्ल्यू समूह के अध्यक्ष सज्जन जिंदल, पार्थ जिंदल, उद्योग विभाग के मंत्री प्रताप केशरी देब, वी.के. पांडियन, फाइव टी के अध्यक्ष हेमंत शर्मा, प्रमुख सचिव उद्योग विभाग अनिल कुमार सिंह व् अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
जानकारी के अनुसार जेएसडब्ल्यू स्टील द्वारा एकीकृत हरित इस्पात परियोजना से लगभग 30,000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियों की रोजगार क्षमता के साथ एक मजबूत सहायक और डाउनस्ट्रीम पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देकर क्षेत्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
इंटीग्रेटेड कॉम्प्लेक्स की परिकल्पना अपनी तरह की विश्व स्तरीय हरित प्रौद्योगिकी इस्पात विनिर्माण सुविधा के रूप में की गई है। यह एक चक्रीय अर्थव्यवस्था प्रथा को अपनाएगा। साथ हीं अपनी स्वच्छता, हरियाली और सर्वोत्तम श्रेणी की प्रौद्योगिकियों के लिए दुनिया भर में अनुकरणीय मॉडल होगा।
इस परियोजना में 13.2 एमटीपीए क्षमता वाली विश्व स्तरीय एकीकृत इस्पात विनिर्माण सुविधा शामिल है। संयत्रों को बिजली आवश्यकताओं को पूरा करने और आपूर्ति करने के लिए कैप्टिव पावर प्लांट, कार्गो-हैंडलिंग क्षमता वाले कैप्टिव घाट, सीमेंट निर्माण इकाई, आधुनिक टाउनशिप और अन्य घटक शामिल है।
जानकारी के अनुसार जेएसडब्ल्यू स्टील का ग्रीनफील्ड इंटीग्रेटेड ग्रीन स्टील कॉम्प्लेक्स जगतसिंहपुर जिला के हद में इरासामा तहसील के धिनकिया नुआगांव और गडकुजंगा में स्थापित किया जाएगा।
ओडिशा के औद्योगिक विकास निगम (आईडीसीओ) ने एकीकृत विनिर्माण सुविधा स्थापित करने के लिए जेएसडब्ल्यू को 2,958 एकड़ भूमि सौंपी है, जिसमें कुल परियोजना भूमि का 30 प्रतिशत वनों और जल निकायों के संरक्षण के लिए समर्पित है।
जेएसडब्ल्यू स्टील और जेएसडब्ल्यू समूह की संस्थाओं ने इस एकीकृत परिसर को चरणबद्ध तरीके से स्थापित करने के लिए, आवश्यक अनुमोदन के अधीन, लगभग 65,000 करोड़ रुपये के निवेश की परिकल्पना की है।
उक्त भूमि-पूजन समारोह में पड़ोसी गांवों के 30 हजार से अधिक रहिवासी, जन प्रतिनिधि, टेक्नोक्रेट और उद्योग विशेषज्ञ शामिल हुए।
इस अवसर पर सीएम पटनायक ने 22 अरब रुपये के निवेश के साथ रीन्यू ई-फ्यूल्स प्राइवेट लिमिटेड के 1.20 एमपीटीए ग्रीन अमोनिया प्लांट, सिलोक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के 25 हजार एमपीटीए केमिकल प्लांट के लिए 500 करोड़ रुपये के निवेश की आधारशिला भी रखी।
इस प्रोजेक्ट से राज्य में लगभग 5 हजार रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसके अलावा इन परियोजनाओं के माध्यम से लगभग 35 हजार नौकरियां पैदा होंगी। मुख्यमंत्री ने इस निवेश के लिए उद्योगपतियों को साधुवाद दिया।
मौके पर मुख्यमंत्री पटनायक ने कहा कि विकास ओडिशा की पहचान बन गयी है। उद्योग, बुनियादी ढांचे, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि फाइव टी पहल के माध्यम से ओडिशा की विकास प्रवृत्ति उज्जवल हो गई है। आमजन, किसान, महिलाएं और युवा हमारे विकास के भागीदार बने हैं। वे नये ओडिशा के निर्माण के हमारे कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहे हैं।
इस अवसर पर जिंदल परिवार द्वारा मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में फाइव टी एवं नवीन ओडिशा के चेयरमैन वी. कार्तिक पांडियन उपस्थित थे। कार्यक्रम में उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव हेमन्त शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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