प्रहरी संवाददाता/बगोदर (झारखंड)। हजारीबाग जिला के हद में बानादाग रेलवे कोल साइडिंग में विवाद थमने के बजाय पिछले कई दिनों से कोल साइडिंग से कोयला उठाव का काम बंद है।
अपनी मांगों को लेकर ग्रामीण और रैयत धरने पर बैठे है। ग्रामीणों के सड़क पर धरना के कारण प्रशासन के लिए काफी चुनौती बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार ग्रामीणों द्वारा धरना दिये जाने के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी है। यातायात सामान्य करने के लिए प्रशासन को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
इसे लेकर 10 अक्टूबर को बानादाग में धरना पर बैठे ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव किया। जिसके बाद पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।
ग्रामीणों को हटाने के लिए पुलिस की तरफ से पानी की बौछार की गई। बाद में ग्रामीणों के उपर बल प्रयोग किया गया। पुलिस ने ग्रामीणों को खदेड़ दिया। इस दौरान पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले भी दागे गए।
बताया जाता है कि पत्थरबाजी एवं लाठीचार्ज में कई रैयतों को चोटें आयी है। घटना में पेलावल इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। घायलों का मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है।
वहीं मामूली रूप से घायल लोग और पुलिसकर्मियों को प्राथमिक इलाज के बाद मुक्त कर दिया गया है। पत्थरबाजी और लाठीचार्ज की घटना के बाद पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई है।
पूरा धरना स्थल पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।जानकारी के मुताबिक उक्त स्थल के आसपास किसी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है।
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