एस.पी.सक्सेना/बोकारो। दो दिवसीय बैंक हड़ताल की सफलता को लेकर 17 दिसंबर को सीटू नेता भागीरथ शर्मा ने बैंक कर्मियों को बधाई दी है। उन्होंने इसे केंद्र की मोदी सरकार की सोंच पर कुठाराघात करार दिया है।
राष्ट्रीयकृत बैंको का निजीकरण करने का प्रयास एवं बैंक कानून (संशोधन) विधेयक 2021 के विरोध में 16-17 दिसंबर को बैंककर्मियों द्वरा देश व्यापि दो दिवसीय हड़ताल की सफलता पर केंद्रीय श्रम संगठन सीटू बोकारो जिलाध्यक्ष एवं एनसीओईए (NCOEA) के केंद्रीय सहायक महामंत्री भागीरथ शर्मा ने सभी बैंक कर्मियों को बधाई दिया है।
इससे संबंधित एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सीटू नेता शर्मा ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा वर्तमान शीतकालीन संसद सत्र में बैंकिंग कंपनी (Banking Company) अधिनियम 1970 और 1980 तथा बैंकिंग अधिनियम 1949 में संशोधन कर अपनी अंश को कम करना चाहती है।
दूसरे शब्दों में बैंको का निजीकरण करना चाहती है। इसी के विरोध में यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन के आह्वान पर देश भर के 10 लाख बैंक कर्मियों ने दो दिवसीय हड़ताल को सफल कर सरकार को कड़ी चेतावनी देने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है बैंक राष्ट्रीयकरण के पूर्व कि स्थिति में बैंको को पहुंचाना, जिसे किसी भी किमत पर पुरा नहीं होने दिया जायेगा।
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