सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में नोवामुंडी प्रखंड के दिरीबुरु पंचायत ठाकुरा गांव के प्राथमिक विद्यालय में मौत के साए में पढ़ रहे हैं स्कूली बच्चे। विद्यालय भवन काफी जर्जर हालत में है। कभी भी स्कूल का भवन गिर सकता है।
जानकारी के अनुसार प्राथमिक विद्यालय ठकुरा स्कूल भवन की दीवार एवं छत में दरारे आ गई है। छत के ऊपर किया गया प्लास्टर झड़ कर गिर रहा है। इसमें क्लास के अंदर बैठे बच्चों के ऊपर छत का प्लास्टर गिरने का भय हमेशा बना रहता है।
स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रभाष दास ने जर्जर स्कूल भवन की मरम्मती की शिकायत पत्र नोवामुंडी के प्रखंड विकास पदाधिकारी अनुज बांदो, दिरीबुरु पंचायत के मुखिया गंगाधर चातोम्बा, ठाकुरा गांव के मुंडा दामु चाम्पिया, आदि।
नोवामुंडी भाग एक जिला परिषद सदस्य देवकी कुमारी तथा प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी इंद्रदेव कुमार को दी है। बावजूद इसके उक्त विद्यालय भवन का मरम्मत का कार्य अभी तक शुरू नहीं किया गया है। जिससे बच्चे भय के माहौल में पढ़ने को विवश हैं।
ज्ञात हो कि, ठाकुरा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में कुल 110 बच्चे पढ़ते हैं। जिसमें कक्षा 1 से लेकर 5 तक की पढ़ाई होती है। जिसमें सरकारी शिक्षक दो और एक पारा टीचर है।
इस संबंध में स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रभाष दास ने 27 अप्रैल को बताया कि कक्षा 5 के क्लास रूम की जर्जर हालत को लेकर बच्चों को वहां से हटा दिया गया है। ताकि बच्चे सुरक्षित दूसरी क्लास रूम में पढ़ाई कर सकें। आदि।
इस संबंध में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी इंद्रदेव कुमार से फोन से संपर्क की गई तो उन्होंने कहा कि जर्जर भवन की शिकायत स्कूल के प्रधानाध्यापक के द्वारा दी गई थी। इस जर्जर भवन से संबंधित कागजी कारवाई अग्रसारित कर जिला शिक्षा पदाधिकारी को भेज दी गई है। जैसे ही जिला शिक्षा पदाधिकारी से आदेश प्राप्त होता है वैसे ही जर्जर भवन को गिरा कर नया भवन का निर्माण किया जाएगा।
199 total views, 1 views today