एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। झारखंड की राजधानी रांची के बीआईटी मेसरा में द्वितीय वर्ष के डिप्लोमा इन मेकेनिकल इंजीनियरिंग के दलित छात्र राजा पासवान की हत्या की एसआईटी गठन कर जाँच कराने का आदेश दे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार।
उपरोक्त बाते बीते 17 नवंबर को आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केन्द्रीय उपाध्यक्ष विजय शंकर नायक ने कही। उन्होंने कहा कि बीआईटी मेसरा मे द्वितीय वर्ष के डिप्लोमा इन मेकेनिकल इंजीनियरिंग के दलित छात्र राजा पासवान की पीट पीट कर हत्या कर दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि बीआईटी मेसरा मे दलित आदिवासी छात्रों के साथ उंची जाति के छात्रों द्वारा उत्पीड़न किया जाता है।
वहां मार पीट की घटना तो समान्य है। साथ ही साथ बिआईटी मेसरा नशेड़ी छात्रों का अड्डा भी है। कहा कि इससे पूर्व भी कई दलित छात्रो की रहस्मयी तरिके से मौत हो चुकी है।
नायक ने कहा कि हरेक बार की तरह प्रबंधन कांड होने के बाद भी मूक दर्शक बनी रहती है और अपना कर्तव्य से मुंह मोड़ लेती है जो निंदा का विषय है।
नायक ने कहा कि अब इस हत्याकांड को लीपापोती नहीं करने दिया जायेगा। अगर जल्द से जल्द इस घटना की जांच एसआईटी से नहीं कराया गया तो आंदोलन किया जायेगा। उन्होंने बीआईटी प्रबंधन से मांग किया कि वे सभी नशेड़ी छात्रों को चिन्हित कर हास्टल से हटाने और नाम काटने तथा दबंग छात्र जो इस मार पीट की घटना में शामिल है को सीसीटीवी से देख कर एक-एक छात्रों को परमानेंट रेस्टिकेट करने का काम कर उनका नामांकन को रद्द करे।
नायक ने रांची जिला प्रशासन से मांग किया कि वे जिस तरह जेल में औचक छापामारी करते है, उसी तरह वहां भी बीच-बीच मे छापामारी करने का कार्य करे, ताकि हास्टल परिसर नशेड़ी छात्रो का अड्डा ना बन सके और किसी छात्र की हत्या ना हो सके।
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