प्रहरी संवाददाता/धनबाद (झारखंड)। झारखंड के धनबाद जिले में चिकन पॉक्स का संक्रमण एक बार फिर पैर पसार रहा है। हाल में जिला के हद में टुंडी और झरिया में मिले संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट में चिकन पॉक्स की पुष्टि हुई है।
झारखंड की राजधानी रांची स्थित रिम्स से रिपोर्ट मिलने के बाद धनबाद जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग सक्रिय हो गया है। पीड़ित मरीजों को आवश्यक दवाएं वितरित करने के साथ-साथ बीमारी के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त धनसार थाना क्षेत्र के पथराकुली में भी चिकन पॉक्स के 10 नए संदिग्ध मरीज सामने आए हैं, जिनके सैंपल जांच के लिए रांची भेजे जाएंगे। वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग की टीम जिले भर में चिकन पॉक्स को लेकर जागरूकता अभियान चला रही हैं, ताकि रहिवासियों को इस संक्रामक बीमारी से बचाया जा सके।
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार धनबाद जिले में अब तक चिकन पॉक्स के 21 मामले चिन्हित किए गए हैं, जिनमें 10 मामलों की प्रयोगशाला जांच में पुष्टि हो चुकी है। सिविल सर्जन डॉ चंद्र भानु प्रताप ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है, जो विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रही है। साथ हीं निगरानी रख रही है। उन्होंने बताया कि इस बीमारी में आमतौर पर दो से लेकर 15 दिनों तक बुखार रहता है। चिंता की बात यह है कि इस बार बच्चे और बुजुर्ग सहित सभी आयु वर्ग के रहिवासी इस संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग इन सभी मरीजों पर कड़ी नजर रख रहा है। हालांकि जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है। वर्तमान में, इस महत्वपूर्ण विभाग का जिम्मा एक होम्योपैथिक डॉक्टर को सौंपा गया है।
होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ ऋतुराज अग्रवाल अकेले ही पूरे जिले में महामारी नियंत्रण की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। जबकि महामारी विज्ञान (एपिडेमियोलॉजी) में विशेषज्ञता रखने वाले डॉक्टरों की इस तरह के प्रकोप से निपटने के लिए अत्यंत आवश्यकता है। स्वास्थ्य विभाग धनबाद ने मुख्यालय रांची से विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग की है, ताकि जिले में प्रभावी ढंग से इस बीमारी का मुकाबला किया जा सके।
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