एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। छठ के व्रतियों ने बोकारो जिला के हद में बेरमो कोयलांचल के दामोदर नदी के विभिन्न छठ घाटों और विभिन्न जलाशयों में पहुंचकर 30 अक्टूबर की संध्या अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। अब 31 अक्टूबर की सुबह व्रती उदियमान भगवान सूर्य को सुबह का अर्घ्य देंगे।
जानकारी के अनुसार 30 अक्टूबर को फुसरो नगर परिषद क्षेत्र के घुटियाटांड दामोदर छठ घाट पर बीएंडके क्षेत्र के महाप्रबंधक एमके राव की पत्नी चंद्रकला राव, ढोरी जीएम एमके अग्रवाल की पत्नी अर्चना अग्रवाल, खास ढोरी के पीओ रंजीत सिंह, आदि।
कथारा कोलियरी पीओ बीके साहू, केंद्रीय अस्पताल ढोरी के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार, प्रबंधक शैलेश कुमार, कार्मिक प्रबंधक सुरेश सिंह आदि ने भगवान सूर्यदेव को व्रतियों ने शाम का अर्घ्य दिया।
बिहार, यूपी, दिल्ली, झारखंड सहित कई राज्यों में छठ पर्व की वजह से माहौल भक्तिमय है। गौरतलब हो कि बिहार, झारखंड और यूपी सहित जहां भी पर्व मनाया जा रहा है वहां रहिवासियों ने भगवान सूर्य को शाम का पहला अर्घ्य दिया। इस दौरान घाट पर छठी मैया का भक्ति गीत गूंजता रहा। व्रतियों ने भक्तिभाव से भगवान सूर्य के अस्तालचल होने पर उन्हें अर्घ्य दिया।
जैसे ही भगवान सूर्य का उदय होता है व्रती उन्हें अर्ध्य देते हैं। इसी के साथ छठ महापर्व का समापन हो जाता है। व्रती अपना 36 घंटे का निर्जला उपवास छठ के प्रसाद के साथ तोड़ते है। छठ पूजा में पहला अर्घ्य शाम को दिया जाता है और दूसरा अर्घ्य सप्तमी को यानी दूसरे दिन सुबह में दिया जाता है, जिसके बाद छठ पर्व संपन्न हो जाती है।
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