गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। लोक आस्था का महापर्व छठ 31 अक्टूबर को वैशाली जिले में शांतिपूर्ण सम्पन्न हो गया। कोरोना की वजह से दो वर्ष के अंतराल पर छठ महापर्व के लिये जिले के सभी नदी घाट, तालाब पर साफ सफाई के साथ जगमगाती रौशनी से सजाया गया।
जानकारी के अनुसार छठ पर्व के अवसर पर जो छठ व्रती या रहिवासी नदी घाट नही जा सके वे सब अपने अपने घरों के छतों और दरवाज़े पर जलस्रोत तैयार कर सूर्य भगवान को अर्घ अर्पित किया।
इस छठ पर्व को लेकर महिलाओं और बच्चों में विशेष उत्साह देखने को मिला। हजीपुर के नारायणी नदी के कौनहारा घाट से लेकर गंगा घाट पर इस बार जिला प्रशाशन और नगर परिषद द्वारा अच्छी व्यवस्था की गई थी। छठ घाटो पर जिला पदाधिकारी स्वंय व्यवस्था का निरीक्षण करते देखे गए।
हजीपुर के कौनहारा घाट पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानन्द राय ने डूबते सूर्य को अर्घ दिया। लालगंज बिधायक ने भी कौनहारा घाट पर अर्घ दिया।
पूरे जिले के गांव देहातो यथा हाजीपुर सदर प्रखंड के दिग्घी, सुभई, जमालपुर, जगदीशपुर, विष्णुपुर तीतीढ़ा, पानापुर लंगा, लोमा, सपहां, दयालपुर, भठण्डी, कुतुपुर, सेंदुआरी आदि गांव में भी छठपर्व का उल्लास देखने को मिला।
हालांकि कंसारा स्थित छठ घाट तालाब में बीते 30 अक्टूबर को स्नान के दौरान एक युवक का संतुलन बिगड़ने से उसकी तालाब में डूबने से मौत हो गयी, इस कारण यहां के तमाम रहिवासी अपने अपने घरों में छोटी तालाब बनाकर पूजा अर्चना की। छठ पूजा के दौरान कहीं भी ऊंच नीच या जाति भेद नही था। सभी लोगों ने आपसी भाईचारा औऱ सौहार्द के साथ छठ पर्व मनाया।
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