समाजसेवी चौरसिया पूरे टीम के साथ शामिल हो की बोकना छठ घाट की सफाई
सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। यदि मानव मे श्रद्धा हो तो भगवान के कार्य में अपने आप झुकाव आ जाता है। समाज सेवा के काम में लगे जन सदैव समाज उत्थान में अभिरुचि रखते हैं।
पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में बड़ाजामदा क्षेत्र के बोकना में छठ घाट की सफाई करते हुए समाजसेवी अरविंद चौरसिया को पूरे टीम के साथ देखा गया। समाजसेवी चौरसिया ने पूरे टीम के साथ शामिल होकर बोकना छठ घाट की सफाई में अपना सहयोग प्रदान कर छठ घाट को पूरी तरह से चकाचक कर दिया है। साथ ही रहिवासियों की सुरक्षा एवं उन्हें अंधेरा से बचाव हेतु छठ घाट को विद्युत की व्यवस्था उपलब्ध कराया।
छट घाट में पूजा हेतु आने वाले दर्जनों श्रद्धालुओं छठ व्रतियों मे
साफ सफाई को ले विशेष उत्साह देखा गया। सबों ने समाजसेवी चौरसिया के प्रति कृतज्ञता जताई है। इस संदर्भ में समाजसेवी अरविंद चौरसिया ने बताया कि पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक लंका के राजा रावण का वध करने के बाद श्रीराम जब पहली बार अयोध्या पहुंचे थे।
उस समय भगवान श्रीराम और मां सीता ने राम राज्य की स्थापना के लिए छठ का उपवास रखा था। उस समय माता सीता ने सूर्य देव की पूजा अर्चना की थी। उन्होंने बताया कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, छठ व्रत सभी कष्टों को दूर करता है। साथ हीं यह पावन पर्व सुख व समृद्धि प्रदान करने वाला व्रत है।
167 total views, 1 views today