रेल कौशल विकास के तहत 92 प्रशिक्षणार्थियों को दिया गया प्रमाण पत्र

अवध किशोर शर्मा/सोनपुर (सारण)। पूर्व मध्य रेलवे द्वारा रेल कौशल विकास योजना के अन्तर्गत युवाओं को उद्योग आधारित प्रशिक्षण प्रदान कर कुशल एवं रोजगार के लिए सक्षम बनाने का निरंतर प्रयास जारी है। इसी प्रयास के तहत पूर्व मध्य रेल के विभिन्न प्रशिक्षण केंद्रों द्वारा अब तक 1262 युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें प्रमाण पत्र प्रदान किया गया तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की गयी।

पूमरे जनसंपर्क विभाग के अनुसार यह प्रशिक्षण पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केंद्र एवं यांत्रिक कारखाना समस्तीपुर, सवारी डिब्बा मरम्मत कारखाना हरनौत तथा इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन प्रशिक्षण केंद्र पं.दीनदयाल उपाध्याय मंडल, सिगनल एवं दूरसंचार प्रशिक्षण केंद्र दानापुर में दिया गया।प्रशिक्षणार्थियों को वेल्डर, फिटर, मशीनिष्ट सहित विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया गया जिसमें माप, कटिंग, फाइलिंग, ड्रिलिंग, चुड़ी कटिंग आदि शामिल है।

पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने 6 मार्च को उपरोक्त जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष विगत माह के 6 फरवरी से 25 फरवरी तक पर्यवेक्षक डिब्बा मरम्मत कारखाना हरनौत
प्रशिक्षण केंद्र एवं यांत्रिक कारखाना समस्तीपुर, सवारी डिब्बा मरम्मत कारखाना हरनौत तथा इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन प्रशिक्षण केंद्र पं. दीन दयाल उपाध्याय मंडल में 17वें बैच, सिगनल एवं दूरसंचार प्रशिक्षण केंद्र दानापुर में 15वें बैच के रूप में प्रशिक्षण दिया गया।

प्रशिक्षणोंपरांत कुल 92 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत पूर्व मध्य रेल के इन प्रशिक्षण केंद्रों द्वारा अब तक कुल 1262 युवाओं को प्रशिक्षण के उपरांत प्रमाण पत्र प्रदान किया जा चुका है। पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केन्द्र तथा यॉंत्रिक कारखाना समस्तीपुर में 17वें बैच को फिटर ट्रेड में प्रशिक्षण केे उपरांत सुयोग्य एवं उतीर्ण 34 युवकों को प्रमाण पत्र दिया गया है।

इस दौरान उन्हें विभिन्न प्रकार के माप, कटिंग, फाइलिंग, ड्रिलिंग, चुड़ी कटिंग इत्यादि कार्य का प्रशिक्षण दिया गया।
उन्होंने बताया कि इसी क्रम में सवारी डिब्बा मरम्मत कारखाना हरनौत में 17वें बैच के रूप में प्रशिक्षण के उपरांत सुयोग्य एवं उत्तीर्ण 16 युवकों को बेल्डर ट्रेड में तथा 14 युवकों को मशीनिष्ट ट्रेड में प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।

बताया कि बेल्डर ट्रेड में आर्क वेल्डिंग, स्टेबिलीटी, फॉर्मेशन ऑफ वेल्डिंग वेड, बट ज्वाइंट, टी ज्वाइंट, गैस कटिंग, फाइलिंग और ग्राइंडिंग इत्यादि तथा मशीनिष्ट ट्रेड में लेथ पर कार्य करने, थ्रेडिंग, ड्रिलिंग, फेसिंग, टर्निंग, चैम्फरिंग और मशीनिंग मेजरमेंट कार्य का प्रशिक्षण दिया गया।

मुख्य जनसम्पर्क पदाधिकारी ने जानकारी दी कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के विद्युत कर्षण प्रशिक्षण केंद्र में 17वें बैच में प्रशिक्षण के उपरांत सुयोग्य एवं उत्तीर्ण 16 युवकों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। प्रशिक्षण के दौरान इन्हें विद्युत आयरन, विद्युत हीटर, स्टेयर केस  वायरिंग, सीलिंग फैन, विद्युत बोर्ड बनाना एवं कनेक्शन करना, विभिन्न उपकरणों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया।

बताया कि सिगनल एवं दूरसंचार प्रशिक्षण केंद्र दानापुर में 15वें बैच के 12 युवाओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इस दौरान उन्हें डायोड, ट्रांजिस्टर, आईसी, पावर सप्लाई, सोल्डिंग, मल्टीमीटर ट्रांसफार्मर के उपयोग एवं मरम्मत इत्यादि कार्य का प्रशिक्षण दिया गया।

उन्होंने बताया कि प्रशिक्षुओं ने प्रशिक्षण पूरा होने पर काफी संतोष व्यक्त किया। उन्होंने ज्ञानवर्द्धन और आत्मविश्वास को बढ़ाने में इस प्रशिक्षण को काफी उपयोगी पाया है। उन्होंने बताया कि आवेदक https://railkvy.indianrailways.gov.in पर विजिट कर ट्रेड से जुड़ी समस्त जानकारी, प्रशिक्षण संस्थान का विवरण, ऑनलाइन आवेदन पत्र सहित अन्य सभी सूचनाएं आसानीपूर्वक प्राप्त कर सकते हैं।

इस पहल का मूल उद्देश्य युवाओं को विभिन्न ट्रेडों में गुणात्मक सुधार लाने के लिए प्रशिक्षण कौशल प्रदान करना है। कहा कि यह कौशल युवाओं की रोजगार क्षमता में सुधार और उसे उन्नत करेगा। साथ ही युवाओं के रोजगार क्षमता में सुधार तथा स्वरोजगार के इच्छुक युवाओं के कौशल को उन्नत करेगा।

रेल कौशल विकास योजना कार्यक्रम के लिए प्रशिक्षुओं का चयन खुले विज्ञापन और पारदर्शी शॉर्ट-लिस्टिंग तंत्र के माध्यम से किया जाता है। प्रशिक्षण के बाद सभी प्रशिक्षुओं का एक मानकीकृत मूल्यांकन किया जाता है। सफल प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाता है।

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