क्षेत्र के महाप्रबंधक सहित कई एआरओ व् प्राचार्यों ने की समारोह में शिरकत
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में फुसरो-डुमरी पथ पर मकोली मोड़ के समीप स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल ढोरी में 30 नवंबर को विदाई सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में विद्यालय के प्राचार्य सत्येंद्र कुमार की सेवानिवृति पर उन्हें भावपूर्ण व् समारोह पूर्वक बिदाई दी गयी। समारोह में सीसीएल ढोरी क्षेत्र के महाप्रबंधक रंजय कुमार सहित डीएवी झारखंड जोन जी के सहायक क्षेत्रीय अधिकारी (एआरओ) बिपिन राय व् कई अन्य एआरओ, कई प्राचार्य सहित सौ से अधिक गणमान्य शामिल हुए।
जानकारी के अनुसार डीएवी पब्लिक स्कूल ढोरी के प्राचार्य सत्येंद्र कुमार की सेवानिवृत्ति के अवसर पर विद्यालय परिसर स्थित दयानंद सभागार में विदाई समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर झारखंड जोन ‘जी’, जोन ‘ए’ के क्षेत्रीय पदाधिकारी, सीसीएल ढोरी क्षेत्र के महाप्रबंधक रंजय सिन्हा बेरमो के अंचलाधिकारी संजीत कुमार तथा धनबाद के डीएवी जामाडोबा, गोमियां के डीएवी स्वांग सहित विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य इस अवसर पर उपस्थित थे।
वहीं बीसीसीएल धनबाद के डायरेक्टर टेक्निकल एमके अग्रवाल, भूतपूर्व क्षेत्रीय पदाधिकारी एस के लूथरा तथा दर्जनों भूतपूर्व प्राचार्य भी इस अवसर पर समारोह में ऑनलाइन जुड़े रहे। विद्यालय के बहुत सारे सेवानिवृत्त शिक्षक व शिक्षा क्षेत्र के कर्मी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। मीडिया कर्मी, अभिभावक संघ, सीसीएल के उच्च पदस्थ पदाधिकारी गण, संयुक्त अभिभावक संघ के तमाम प्रतिनिधि, ट्रेड यूनियन के नेता यथा विकास कुमार सिंह, शिवनंदन चौहान, विद्यालय के सभी शिक्षक, शिक्षिका, कर्मी इस अवसर पर उपस्थित थे।
समारोह में ऑनलाइन डीएवी के भूतपूर्व क्षेत्रीय अधिकारी एस के लूथरा ने प्राचार्य सत्येंद्र कुमार को एक अभूतपूर्व प्राचार्य स्वीकार किया। बीसीसीएल के डीटी एम के अग्रवाल ने विद्यालय के शैक्षिक व संसाधन क्षेत्र में किए गए विकास में उनके योगदान की सराहना की। झारखंड जोन ए के क्षेत्रीय पदाधिकारी एस के मिश्रा ने विद्यालय की पृष्ठभूमि में चाहे वह खेल का क्षेत्र हो, शिक्षा का क्षेत्र हो, राजनीतिक, सामाजिक समझ की बात सब पर विस्तृत चर्चा की।
जोन जी के क्षेत्रीय पदाधिकारी बिपिन राय ने उन्हें यायावर व्यक्तित्व का धनी माना। निशिकांत कर ने उन्हें गणित का एक प्रकांड विद्वान स्वीकार किया। बेरमो के अंचलाधिकारी संजीत कुमार सिंह ने प्राचार्य को सुलझे व्यक्तित्व तथा शिक्षा जगत का भागीरथी कहा। उन्हें विद्यालय के शिक्षक प्रतिनिधि के रूप में वरीय शिक्षक एस के शर्मा ने स्मार पत्र सौंपा।
स्थानीय विभिन्न बैंकों के प्रबंधक, विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रमुख व्यक्तित्व ने इस अवसर पर उन्हें शॉल ओढ़ाकर तथा बुकें देकर सम्मानित किया। प्राचार्य की धर्मपत्नी संध्या शर्मा, उनकी पुत्री व् डीएवी चाईबासा में बतौर शिक्षक उनके दामाद भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
विद्यालय के तमाम शिक्षक व शिक्षिका ने उनके इस भागीरथी प्रयास में सेवा और समर्पण की भावना को आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत माना। जबकि छात्र-छात्राओं ने सेवानिवृत प्राचार्य से कई प्रश्न का उत्तर प्राप्त कर अपनी क्षुधा शांत की।
प्राचार्य कुमार ने इस अवसर पर अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए बच्चों की बेहतरीन के लिए निरंतर कार्य करने की नसीहत दी। कर्म ही पूजा के सिद्धांत पर चलने वाले प्राचार्य ने बताया कि जीवन पथ पर संघर्ष करने वालों की ही जय होती है। इसलिए यहां के बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए निरंतर प्रयास जारी रहे मेरी यही शुभकामना है।
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