इंटक के मजबूती से मजदूर हितों की रक्षा होगी-अनूप सिंह
राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन सीसीएल रीजन समिति की बैठक संपन्न
एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। इंटक से संबद्ध राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन सीसीएल रीजनल समिति की बैठक बीते 10 दिसंबर को पिपरवार के बचरा स्थित ऑफीसर्स क्लब (Officers Club) में आयोजित किया गया। अध्यक्षता राकोमयू सीसीएल रीजनल अध्यक्ष गिरिजा शंकर पांडेय तथा संचालन पिपरवार क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव विद्यापति सिंह ने किया।
इस अवसर पर रीजनल समिति की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष सह इंडियन नेशनल माइंस वर्कर्स फेडरेशन के अध्यक्ष तथा बेरमो विधायक कुमार जय मंगल (अनूप सिंह) ने कहा कि केंद्र सरकार उद्योग और मजदूर विरोधी सरकार है।
इस सरकार के रहते देश के किसी भी पब्लिक सेक्टर में कार्यरत मजदूरों का भला नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि पूर्व में मिल रहे मजदूरों को सारी सुख सुविधाएं केंद्र में कांग्रेस सरकार की देन थी। देश के लोगों ने जब बदलाव के लिए भाजपा नित गठबंधन को सरकार चलाने का जनमत दिए उसी जनता के फैसला को केंद्र सरकार बदहाली की स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है।
उन्होंने कहा कि कोयला मजदूर कठिन परिस्थिति में भी जान जोखिम में डालकर देश के विकास में अपनी अग्रणी भूमिका का निर्वाह करते हैं। उन्हें पूर्व में मिल रहे सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है। लगातार उनके अधिकारों पर हमला किया जा रहा है।
कोयला उद्योग में कार्यरत श्रमिक प्रकृति के विपरीत कार्य कर धूप, पानी, गैस के प्रदूषण से जटिल बीमारियों से परेशान होते हैं। वही लाचार और बेबस की स्थिति में सालों साल उनका जीवन नर्क बन जाता है। उनके आश्रित की स्थिति काफी बदहाल हो जाती है।
विधायक ने कहा कि आज मेडिकल अनफिट बंद है। मृत कामगार के आश्रित को नौकरी में सालों साल लग रहा है। कामगारों को उनके इलाज में हुए खर्च का भी समुचित पैसा नहीं दिया जा रहा है। मशीनों का समुचित सदुपयोग नहीं किया जा रहा है। वही कोलियरियों में आउटसोर्सिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है।
इसके लिए कोयला मजदूरों को एकजुट होकर अधिकार की रक्षा के लिए इंटक को मजबूत करना होगा, तभी उनके अधिकार की रक्षा संभव है। उन्होंने कहा कि मतवाला प्रबंधन को नकेल कसने का कार्य राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन के पदाधिकारी करेंगे। समय रहते प्रबंधन सचेत नहीं हुआ तो इसके दूरगामी परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।
बड़कागांव की विधायक व राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन रीजनल समिति की उपाध्यक्ष अंबा प्रसाद ने कहा कि सीसीएल में कार्यरत मजदूरों के अधिकार की रक्षा आरसीएमयू के बैनर तले ही संभव है। अन्य यूनियन प्रबंधन की चाटुकारिता में लगे हैं। उन्होंने कहा कि सेंट्रल ट्रेड यूनियन के नाम पर जो लोग जेबीसीसीआई में मजदूरों का भविष्य निर्धारण करने में लगातार असफल साबित हो रहे हैं आज सभी मजदूरों के जुबान पर यह चर्चा है।
आज मजदूरों के रहनुमा स्वर्गीय राजेंद्र बाबू होते तो वेतन समझौता में इतना विलंब नहीं होता। जब-जब वेतन समझौता में इंटक का प्रतिनिधित्व रहा है, वेतन समझौता बेहतर रहा है। बिना इंटक के वेतन समझौता मजदूरों के हित में असंभव है।
उन्होंने कहा कि पूरे कोल इंडिया के मजदूर लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहे, तभी उनके अधिकार की रक्षा हो सकती है। रीजनल कमेटी के अध्यक्ष गिरिजा शंकर पांडेय ने कहा कि सीसीएल में अभी भी मजदूरों का सबसे विश्वास पात्र यूनियन आरसीएमयू है। मजदूर भाइयों का यह भरोसा संगठन कभी टूटने नहीं देगा।
उन्होंने कहा कि पूरे सीसीएल के मजदूरों के सभी क्षेत्रों में संगठन की ओर से गोष्टी अभियान शुरू करते हुए श्रमिकों के अधिकार के रक्षा के लिए कार्य योजना प्रारंभ होगी।
रीजनल कमेटी की बैठक को झारखंड प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष गुंजन सिंह, श्यामल कुमार सरकार, सी पी सतन, अजय कुमार सिंह, महेंद्र कुमार विश्वकर्मा, अंजनी त्रिपाठी, एमपी सिंह, राजू यादव, सुधीर राय, शिवनंदन चौहान, राम लखन सिंह, मोहम्मद रियाज सहित अन्य ने संबोधित किया।
बैठक में मुख्य रूप से छेदी नोनिया, गणेश मल्लाह, राजेश्वर सिंह, अवधेश कुमार सिंह, धनेश्वर यादव, एच अधिकारी, राजेंद्र दास, विजय यादव, बीआर भगत, जलेसर करमाली, प्रमोद यादव, मुन्ना उर्फ कासिम, नकुल प्रसाद, मिथिलेश शर्मा, आनंद मुंडा, शंकर मुखर्जी, अनूप, सिकंदर, अब्दुल अंसारी, आलम अंसारी, राहुल कुमार सिंह, मुकेश कुमार सहित अन्य शामिल थे।
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