चालू वित्त वर्ष में बेरमो कोयलांचल में हो सकता है 15 मिलियन टन कोयला उत्पादन
एन.के.सिंह/फुसरो (बोकारो)। कोयले का उत्पादन लक्ष्य प्राप्त करने को बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में सीसीएल (CCL) के ढोरी, बीएंडके और कथारा प्रबंधन रेस हो गया है। चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 के अंत तक बेरमो कोयलांचल में 15 मिलीयन टन कोयला उत्पादन की संभावना वयक्त की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरोना से ग्रसित होने और बेमौसम बारिश से भीषण रूप से प्रभावित होने के बावजूद बोकारो और करगली, ढोरी औऱ कथारा क्षेत्र के कामगारों और अधिकारियों ने दृढ़ संकल्पित होकर टीम वर्क के साथ काम कर रहे है।
जिसके बदौलत उत्पादन में ग्रोथ निरंतर जारी है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बेरमो कोयलांचल के बीएंडके क्षेत्र में कोयला उत्पादन 8 मिलियन टन, ढोरी क्षेत्र में 4 मिलियन टन और कथारा क्षेत्र द्वारा 3 मिलियन टन कोयला उत्पादन हो सकता है।
पूछताछ करने पर बीएंडके जीएम एम कोटेश्वर राव, ढोरी जीएम मनोज कुमार अग्रवाल, कथारा जीएम एम के पंजाबी ने कहा कि कोयले का उत्पादन लक्ष्य प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। बताया गया कि परियोजना के विस्तार में वन विभाग की जमीन का क्लियरेंस अबतक नहीं मिलना बाधक है।
वन विभाग की जमीन के क्लियरेंस के लिए प्रयास किया जा रहा है। अधिकारियों ने अपील करते हुए कहा कि राष्ट्रहित को ध्यान में रखते हुए सभी विस्थापित कोयला निकासी कराने में सीसीएल प्रबंधन को सहयोग करें। विस्थापितों को कोल इंडिया की आरआर पॉलिसी के तहत नियोजन व मुआवजा दिया जाएगा। किसी भी विस्थापित को वाजिब अधिकार से वंचित नहीं होने दिया जाएगा।
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