सीसीएल निदेशक ने कथारा क्षेत्र का दौरा कर की योजनाओं की समीक्षा

एस. पी. सक्सेना/बोकारो (झारखण्ड)। हाल हीं में ईसीएल के सीएमडी के लिए चयनित सीसीएल के निदेशक तकनीकी योजना एवं परियोजना सतीश कुमार झा ने 24 सितंबर को बोकारो जिला के हद में कथारा गेस्ट हाउस में क्षेत्र के अधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाओं की समीक्षा की।

जानकारी के अनुसार डीटी पीएंडपी झा ने यहां अधिकारियों को क्षेत्र में स्थापित होनेवाले योजनाओं को यथाशीघ्र धरातल पर उतारने का निर्देश दिया। साथ हीं संभावित कोयले की स्थिति को लेकर क्षेत्र के सर्वेक्षण विभाग द्वारा प्रस्तुत खदान मानचित्र का अवलोकन किया।

इस अवसर पर पत्रकारों से एक भेंट में डीटी पीएंडपी सतीश कुमार झा ने कहा कि उनके यहां आने का मूल उद्देश बगल के बीएंडके क्षेत्र के कारो एवं कोनार में सीएचपी तथा नई परियोजनाओं के प्रस्तावित प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास की तैयारी को लेकर समीक्षा करना था। इस क्रम में वे कथारा के कार्यों का भी अवलोकन कर परियोजना पदाधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की है।

उन्होंने बताया कि सीसीएल में कुल 23 नये परियोजना स्थापित होना है, जिसमें हर क्षेत्र में बंद अथवा पुरानी कोयला खदानों में स्थित कोल स्टॉक का पुनः दोहन करना शामिल है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक सीसीएल को देश के विभिन्न स्टील प्लांटो को 160 मिलियन टन कोकिंग कोल देने का निर्णय नीति आयोग की समीक्षा बैठक में ली गई है, ताकि विदेशो से आयतीत कोयला को कम किया जा सके। इसी के तहत सीसीएल कुल पांच नया कोल वाशरी स्थापित करने जा रही है। जिसमें कथारा क्षेत्र में दो कथारा तथा स्वांग पिपराडीह कोल वाशरी स्थापित करना है।

उन्होंने बताया कि सीसीएल कथारा क्षेत्र में गोविंदपुर तथा पिपराडीह खदान को लांच करना है। यह परियोजना कोयला मंत्रालय बोर्ड द्वारा पास किया जा चुका है। इसके चालू होने में चार से पांच माह का समय लगेगा। इसके अलावा ढोरी क्षेत्र के तारमी, पिछरी, अंगवाली सहित सीसीएल में कुल 23 परियोजनाएं लाई जाएगी।

डीटी पीएंडपी ने बताया कि सीसीएल अपने कोयला क्षेत्रों में विभागीय स्तर पर उत्पादन में वृद्धि को लेकर काफी काम कर रही है। इसे लेकर पूरे सीसीएल स्तर पर 40 डंपर खरीद की योजना है। जिसमें चार कथारा क्षेत्र को मिलेगा।

उन्होंने बताया कि सीसीएल अपने प्रभावित क्षेत्रों के विस्थापितों, ग्रामीणों तथा स्टेक होल्डर के जीवन स्तर को ऊंचा करने के लिए विविध कार्यक्रम चला रही है, जिसमें सीएसआर योजना के तहत स्थानीय ग्रामीणों को कुशल व् दक्ष बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है, ताकि कंपनी स्तर पर तथा आउटसोर्सिंग कंपनी के लिए बाहर से कुशल व् दक्ष कामगारों को आयतीत करने का नौबत ना आए।

इसके लिए सीसीएल स्थानीय बेरोजगारों को उनकी योग्यता तथा इच्छानुसार प्रशिक्षित कर रही है। साथ हीं राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में 75 प्रतिशत स्थानीयता को कार्यों में वरीयता दी जा सके।

ज्ञात हो कि, सीसीएल के डीटी पीएंडपी सतीश कुमार झा का इसीएल के सीएमडी के पद पर सलेक्शन हो चुका है। झा के सीएमडी बनने पर यहां उपस्थित अधिकारियों ने उन्हें बधाई दी। मौके पर जारंगडीह के परियोजना पदाधिकारी विनोद कुमार, स्वांग गोविंदपुर के परियोजना पदाधिकारी ए के तिवारी, क्षेत्रीय सर्वेक्षण अधिकारी बीके मजूमदार सहित कई अधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।

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