एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। झारखंड सरकार और सेन्ट्रल कोलफीड्स लिमिटेड (Jharkhand Government and Central Coalfields Limited) के संयुक्त प्रयास से राज्य में विभिन्न खेलों के विकास और खेल प्रतिभा के निखार में दिन दूनी रात चौगुनी विस्तार होता जा रहा है। उक्त बातें सीसीएल के सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी अनुपम राणा ने 11 सितंबर को कही।
उन्होंने कहा कि खेलगांव रांची स्थित झारखंड स्टेट स्पोर्टस प्रमोशन सोसाईटी (सीसीएल एवं झारखंड सरकार की संयुक्त पहल) की शुरूआत जुलाई 2016 में हुई थी। जेएसएसपीएस (JSSPS) में चयनित बच्चों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कोच द्वारा प्रशिक्षण एवं विश्वस्तरीय सुविधा उपलब्ध करायी जाती है।
राणा ने बताया कि वर्ष 2015 में झारखंड सरकार (Jharkhand Government) एवं सी.सी.एल. के साझा प्रयास से झारखंड राज्य में खेल के विकास में एक सकारात्मक एवं प्रभावशाली कदम उठाया गया था, जिसके फलस्वरूप खेलगाँव स्पोर्टस कॉम्पलेक्स के संचालन, खेल अकादमी एवं खेल विश्वविद्यालय के गठन का निर्णय लिया गया था।
उन्होंने कहा कि खेल अकादमी ने बहुत कम अवधि में लम्बी दूरी तय करते हुए अपना नाम राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कई प्रतियोगिताओं के पदक विजेताओं के रूप में अंकित किया है।
राणा ने बताया कि राज्य के सुदूर, पिछड़े और वंचित क्षेत्रों से आने वाले युवा कैडेट्स ने अपनी मेहनत और लगन के बल पर अपनी प्रतिभा, अपने कोच के मार्ग निर्देशन, सीसीएल और राज्य प्रशासन के प्रयासों तथा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना को साकार कर रहें हैं।
उन्होंने कहा कि कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड की एक अनूठी पहल सीएसआर के रूप में उभरकर सामने आया है। अकादमी का उद्देश्य राज्य के बच्चों के सपनों को पंख देना और उन्हें समग्र रूप से आगे बढ़ाना है, ताकि वे लक्ष्य को प्राप्त कर सके।
उन्होंने बताया कि अकादमी में 78 बच्चों के साथ अकादमी की वर्ष 2016 में शुरूआत किया गया था। वर्तमान में अकादमी में 443 बच्चे हैं। लगभग 96 प्रतिशत खेल कैडेट अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े समुदायों के हैं।
झारखंड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी को खेलो इंडिया डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत 4 वर्ष के लिए मान्यता दी गई है। जेएसएसपीएस कैडैट्स ने विभिन्न जिला, राज्य, राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिताओं में कुल 848 पदक जीते हैं।
राणा के अनुसार पूरी पारदर्शिता के साथ चयन प्रक्रिया के उपरांत बच्चों का चयन अकादमी के लिए किया जाता है। अकादमी के लिए चयन परीक्षण देश में कहीं भी आयोजित किए जाने वाले सबसे बड़े प्रतिभा खोज कार्यक्रम में से एक है।
पूरी चयन प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाती है और मूल्यांकन के दिन ट्रायल के परिणाम शाम तक अकादमी की वेबसाइट पर अपलोड कर दिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2016-17 में जब ट्रायल शुरू हुआ तो 4200 आवेदन प्राप्त हुए थे, जबकि वित्तीय वर्ष 2019-20 में यह आंकड़ा बढ़कर 3.24 लाख हो गया। यह अकादमी की लोकप्रियता को दर्शाता है।
राणा के अनुसार वर्तमान में खेल अकादमी में एथलेटिक्स, तीरंदाजी, फुटबॉल, ताइक्वांडो, भारोत्तोलन, साइकिलिंग, तैराकी, निशानेबाजी, कुश्ती और मुक्केबाजी में 443 स्पोर्ट्स कैडेटों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इन बच्चों के रहने-खाने, स्कूलिंग, कोचिंग आदि का पूरा खर्च खेल अकादमी वहन करता है।
इन चयनित बच्चों को पांच सौ रूपये प्रति माह स्टाईपेंड भी दिया जाता है। इन बच्चों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कोच द्वारा प्रशिक्षण एवं विश्वस्तरिय सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। इसी तरह मेडिकल और एक्सीडेंटल इंश्योरेंस तक सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं।
परिसर में लड़कों और लड़कियों के लिए एक अलग छात्रावास है, जो वाई-फाई से युक्त है। कैडेटों को ऑनलाइन प्रशिक्षण और ई-लर्निंग की सुविधा के लिए एक टैबलेट प्रदान किया जाता है। चयनित कैडेटों को ओपन स्कूलिंग के माध्यम से शिक्षा दी जाती है।
उन्होंने कहा कि अकादमी के कैडेट आदित्य कुमार गौरव ने बहरीन में आयोजित अंडर -15 एशियाई कुश्ती चैंपियनशीप में कांस्य पदक जीता। इसी तरह जेएसएसपीएस के एक अन्य एथलीट दीपक टोप्पो ने अंडर 14 श्रेणियों में 60 मीटर दौड़ में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है।
उन्होंने असम के गुवाहाटी में आयोजित 36वीं राष्ट्रीय जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशीप में यह उपलब्धि हासिल की। रांची के सुदूर क्षेत्र से आने वाली आदिवासी लड़की चंचला कुमारी, जिन्हें अकादमी में चुना गया और तैयार किया गया, हंगरी में सब-जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशीप में देश का प्रतिनिधित्व कर समाज एवं देश का नाम रौशन किया है।
राणा ने बताया कि सीसीएल की इस अनूठी पहल को विभिन्न राष्ट्रीय मंचों पर सराहा गया है। कंपनी को राष्ट्रीय प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में योगदान के लिए राष्ट्रीय सीएसआर पुरस्कार, अनुसूचित जनजाति नेतृत्व पुरस्कार-2019 के लिए राष्ट्रीय आयोग और अन्य पुरस्कारों के साथ स्कोप कॉर्पोरेट संचार उत्कृष्टता पुरस्कार-2019 से सम्मानित किया गया है।
211 total views, 1 views today