खरीददार के बिना सब्जी उत्पादक किसान हलकान-सुरेंद्र प्रसाद सिंह
एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर(बिहार)। बिहार के समस्तीपुर जिला में इसबार सब्जी की बेहतर खेती संभव हो पाया है, लेकिन हाल यह कि सब्जी मंडी में बिक्रेता को खरीददार नहीं मिल रहा है, जिस कारण सब्जी उत्पादक किसान हलकान है।
मात्र 50 रूपये बोरा फूलगोभी ले लो, 50 रूपये बोरा फूलगोभी ले लो, 50 रुपये में 35-40 किलो फूलगोभी ले लो चिल्ला-चिल्ला कर समस्तीपुर जिला के हद में ताजपुर प्रखंड के मोतीपुर सब्जी मंडी में फूलगोभी बेचते दिखे गद्दीदार।
यह बात सौ फीसदी सही है। मोतीपुर सब्जी मंडी में 24 दिसंबर को फूलगोभी की आपूर्ति अधिक रही, जबकि खरीददारी गायब रहे। किसानों के फूलगोभी पड़े रह गये। रोक कर रखने पर खराब होने के डर से गद्दीदारों को 50 रुपये बोरा में फूलगोभी बेचना पड़ा, उसमें भी 50 रुपये में 40 किलो फूलगोभी। बाबजूद इसके काफी मात्रा में फूलगोभी नहीं बिक सका। ऐसा नहीं कि फूलगोभी की कीमत नहीं रही, बल्कि अन्य हरी सब्जियों का भी यही हाल रहा।
बताया जाता है कि यहां बैगन 4 से 5 रूपये किलो, बंध गोभी 4 से 5 रुपए किलो, धनिया पत्ता 20 रूपये किलो, मूली 4 से 5 रूपये किलो समेत अन्य स्थानीय हरी सब्जियों का खरीददार नहीं रहने के कारण काफी सस्ता रहा। इस बाबत पूछे जाने पर फतेहपुर के किसान मनोज कुमार सिंह, मोतीपुर के किसान महासभा के प्रखंड अध्यक्ष ब्रह्मदेव सिंह ने बताया कि गोभी बचने से गोभी कटाई की मजदूरी एवं गद्दी पहुंचाने का भाड़ा भी उपर नहीं हो पाता है। आमदनी या खर्च की भरपाई छोड़ दीजिए। इससे सब्जी उत्पादक किसान बर्बाद हो रहे है।
भाकपा माले प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि लगन, त्योहार आदि का अभाव है। साथ ही स्थानीय रहिवासियों का खरीददारी क्षमता घटा है, जबकि इस मौसम में सब्जी का अच्छा उत्पादन रहा है। कहा कि सब्जी उत्पादक किसान सही कीमत नहीं मिलने के कारण बर्बाद हो रहे है।
उन्हें अगली फसल कैसे लगेगी, केसीसी लोन की भरपाई कैसे होगी, किसानों को इसकी चिंता सता रही है। उन्होंने प्रखंड कृषि पदाधिकारी से सब्जी उत्पादक किसानों का सर्वे कर सरकारी स्तर पर किसानों को नि: शुल्क खाद, बीज, बिजली, पानी उपलब्ध कराने की मांग की है, ताकि किसान अगली फसल लगा सके।
49 total views, 2 views today