पीड़ित अभ्यर्थी द्वारा आगामी 22 फरवरी को कुलपति के समक्ष आमरण अनशन
एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। तमाम वरीय अधिकारी को पत्र देने, लगातार उनसे मिलकर आग्रह करने के बाबजूद नियुक्ति के जगह सिर्फ आश्वासन देने से परेशान अभ्यर्थी मिथिलेश कुमार एवं दिवंगत कर्मचारी की विधवा चिंता देवी आगामी 22 फरवरी से डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय कुलपति के समक्ष अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू करेंगे।
इस आशय से संबंधित स्मार-पत्र 3 फरवरी को अभ्यर्थी ने समस्तीपुर के जिलाधिकारी, जिला उप निर्वाचन अधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव आदि को सौपा है।
इस अवसर पर 3 फरवरी को समस्तीपुर समाहरणालय परिसर में पत्रकारों को जानकारी देते हुए पीड़ित अभ्यर्थी मिथिलेश कुमार ने बताया कि उनके पिता स्वर्गीय विनोद कुमार राय जो ईख अनुसंधान संस्थान पूसा कृषि विश्वविद्यालय में तकनीशियन के पद पर थे, वर्ष 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में बतौर पीठासीन पदाधिकारी कार्यरत थे। कार्य के दौरान ही उनकी मृत्यु हो गई। लाख अनुनय विनय के बाद भी आजतक अनुकंपा के आधार पर आजतक उन्हें नियोजन नहीं दिया गया है।
बताया जाता है कि मृत कर्मी के पुत्र मिथिलेश कुमार ने पत्रांक-102, दिनांक 12 फरवरी 2021 को अनुकंपा पर अपनी नियुक्ति के लिए सारी प्रक्रिया पूरा करने के बाद आवेदन दिया। इसके बाद कई बार कुलसचिव समेत अन्य अधिकारियों को आवेदन दिया गया।
उनसे मिलकर अनुकंपा पर नियुक्ति के लिए आग्रह भी किया गया, लेकिन बार-बार आश्वासन दिए जाने के बावजूद आज तक नियुक्ति नहीं मिला। जबकि कमाऊ सदस्य की मृत्यु हो जाने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब है। परेशान होकर अभ्यर्थी मिथिलेश ने तमाम पदाधिकारियों को आवेदन देकर आमरण अनशन पर बैठने की घोषणा की है।
उन्होंने कहा है कि निर्वाचन विभाग अपनी तत्परतापूर्ण कार्य के लिए जाना जाता है, लेकिन इस मामले में वह कच्छप गति से भी नहीं चल पा रहा है। यह पीड़ित परिवार के साथ अन्याय है। उन्होंने तमाम सामाजिक एवं राजनीतिक दलों से अपील की है कि उनके नियुक्ति के लिए उक्त आंदोलन में सहयोग देकर उन्हें बल प्रदान करें।
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