प्रहरी संवाददाता/बोकारो। लंबे समय से जीवन में संघर्ष कर अपना अलग स्थान और पहचान बनाकर मेहनत के बल पर क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाने वाले बोकारो जिला के हद में कथारा रहिवासी जयप्रकाश का बीते 25 अगस्त को निधन हो गया। वे लंबे समय से कैंसर रोग से ग्रसित थे। जयप्रकाश ने निधन की सूचना के बाद क्षेत्र में शोक की लहर है।
ज्ञात हो कि, दिवंगत जयप्रकाश की पूर्व में अपनी काबिलियत और जानकारी के बल पर बिजली संकट समस्या से रहिवासियों को निजात दिलाने में जो भूमिका होती थी, इसके कारण वे रहिवासियों के दिल और दिमाग में अलग पहचान बनाया। जोखिम और जटिल कार्य अपने सूझबूझ से करने की क्षमता जो जयप्रकाश में थी वह अन्य के पास बहुत कम देखने को मिलता है।
बताया जाता है कि पिछले डेढ़ वर्ष से कैंसर रोग से पीड़ित जयप्रकाश इलाज रत रहने के बावजूद अपने मेहनत से परिवार का जीवन यापन चलाते थे। बीते 10 अगस्त से मुंबई में इलाजरत जयप्रकाश का निधन 25 अगस्त को मुंबई के अस्पताल में हो गया। परिजनों द्वारा शव को मुंबई से गया लाया जा रहा है। संभवतः 27 अगस्त को गया के विष्णुपद में उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा।
जयप्रकाश के निधन की सूचना पाकर उनके चाहने वाले का जमावड़ा कथारा दो नंबर स्थित उनके आवास पर देखा जा रहा है। आम व् खास पहुंच कर परिजनों को ढांढस बंधा रहे है। जयप्रकाश अपने पीछे पत्नी, दो पुत्री और एक पुत्र छोड़ गए है।
जयप्रकाश के आकस्मिक निधन पर श्रमिक नेता अजय कुमार सिंह, राजेश शर्मा, विजय यादव, तुलसी, राजीव पांडेय, जागेश्वर प्रजापति, धनेश्वर यादव, सुजीत मिश्रा, संतोष सिंह, चंद्रशेखर प्रसाद, देवाशीष आस, अमनदीप सिंह, समाजसेवी राजेश पांडेय, रवि कुमार, शकील अहमद, मोहम्मद कलीम, विनोद राम, कथारा चार नंबर मंदिर के पुजारी रवि पांडेय आदि ने गहरा शोक प्रकट किया है।
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