संतोष कुमार/वैशाली (बिहार)। सफाई कर्मियों के गुजर बसर को बेहतर आयाम देने की कोशिश के तहत 16 जुलाई को वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर समाहरणालय में एक अहम समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में मुख्य रूप से राष्ट्रीय सफाई आयोग के उपाध्यक्ष बबन रावत बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। बैठक में वैशाली के जिलाधिकारी उदिता सिंह और एस पी मनीष के अलावा अन्य कई प्रमुख अधिकारियों की मौजूदगी रही।
बैठक में उपरोक्त के अलावा अपर समाहर्ता जितेंद्र कुमार साह, सदर अनुमंडल पदाधिकारी अरुण कुमार, नगर परिषद हाजीपुर के कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव सहित जिला कल्याण पदाधिकारी और प्रोग्राम अधिकारी भी उपस्थित रहे।
सभी मौजूद अधिकारियों से जिले के सफाई कर्मियों को मिलने वाली सुविधाओं की विस्तार से चर्चा की। यहां नगर कार्यपालक अधिकारी ने उपाध्यक्ष सहित मौजूद पदाधिकारियों के समक्ष बारी बारी से बिंदुवार बातें रखीं।
उपाध्यक्ष राष्ट्रीय सफाई आयोग रावत ने जोड़ देकर निर्देशित किया कि बहुमंजिला इमारत में सफाई कर्मियों को आवास की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। मजदूर आदि को पारिश्रमिक या मजदूरी किस रूप में कितना दिया जाता है।
इन सब विषयों की जानकारी उपाध्यक्ष राष्ट्रीय सफाई आयोग को दी गई। समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने जिला प्रशासन के संदर्भ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से जुड़ा प्रसंग रखा।
जिसमें उन्होंने कहा कि वैशाली जिला प्रशासन अंतिम पायदान के लोगों तक अपना लक्ष्य साधता रहेगा। राष्ट्रपिता के सपनों से जोड़कर जिला प्रशासन ने अपनी बातें रखीं। वहीं पुलिस अधीक्षक मनीष ने भी जानकारी देते हुए विभागीय सुविधाओं की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि सभी थानों में आग्नतुक कक्ष बने हुए हैं, जहां पुलिस विभाग के वरीय अधिकारियों से अपनी परेशानियां साझा की जा सकती है। विशेष परिस्थिति में कभी भी कोई भी मिलकर अपनी बात रख सकता है।
बैठक में सफाई कर्मियों के एसीपी लाभ आदि पर भी चर्चा की गई। मालूम हो कि बीते दिनों ही सफाई आयोग के उपाध्यक्ष कर्मियों की स्थिति का जायजा लेने यहां पहुंचे हैं। लगातार उन्हें जानकारियां दी जा रही है। इन्हीं मुद्दों पर अधिकारियों के साथ उन्होंने समीक्षा बैठक की।
200 total views, 1 views today