एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। खेतों का निरिक्षण कर फसल क्षति रिपोर्ट बनाने के बजाय कार्यालय में बैठकर “शून्य” क्षति रिपोर्ट भेजे जाने से आक्रोशित किसानों ने 19 अगस्त को समस्तीपुर जिला (Samastipur district) के हद में ताजपुर में जुलूस निकालकर कस्बे आहर में कृषि समन्वयक का पूतला दहन किया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में किसानों ने अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले कस्वे आहर वार्ड- 9 में जुटकर अपने- अपने हाथों में नारे लिखे तख्तियां, झंडे, फेस्टून लेकर नारे लगाते हुए जुलूस निकालकर सभा किया।
सभा की अध्यक्षता किसान नेता संजीव राय ने किया। मौके पर किसान नेता ब्रहमदेव प्रसाद सिंह, राम विनय राय, भोला राय, योगेंद्र राय, बैजनाथ राय, जगन्नाथ राय, महेशी राय, मकसुदन राय, मुन्ना कुमार, दरोगी राय, अमरेश राय, भगेरन राय, महेश राय, पंखे राय आदि ने सभा को संबोधित करते हुए किसान विरोधी एसएमएस, कृषि पदाधिकारी को आड़े हाथों लिया।
इस अवसर पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले ताजपुर प्रखंड सचिव कॉमरेड सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि पहले के वनिस्पत अभी के सलाहकार कामचोर है। किसानों के संपर्क में रहने के बजाय वे घर में रहकर समय व्यतीत करते हैं।
उन्होंने कहा कि कृषि समन्वयक तो गजब करते हैं। प्रखंड के खेतों में जाने, जन प्रतिनिधियों, किसानों की राय लेने के बजाय कार्यालय में बैठकर झूठा रिपोर्ट भेजकर मरे हुए किसानों को और अधिक मारने पर आमादा है।
जानकारी के अनुसार निकट भविष्य में कृषि समन्वयक को प्रमोशन मिलना है। फसल क्षति में गड़बड़ी का आरोप लगने पर प्रमोशन का रास्ता संकटमय हो जाएगा। इसलिए लफड़ा से बचने के लिए योजनाबद्ध तरीके से सभी समन्वयक शून्य रिपोर्ट भेज रहे हैं।
माले नेता ने मांग किया कि लंबे समय से पुरे प्रखंड क्षेत्र में जल जमाव रहने के कारण दो बार पूर्णरूपेण फसल क्षति का रिपोर्ट जाना चाहिए। अंत में पूतला फूंककर विरोध जताते हुए आगामी 23 अगस्त को कोल्ड स्टोरेज चौक से जुलूस एवं कृषि कार्यालय के घेराव में भाग लेकर किसानों से सफल बनाने की अपील की।
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