ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के संस्थापक ब्रह्मा बाबा का 54वां स्मृति दिवस समारोह 18 जनवरी को गिरिडीह में मनाया गया। समारोह में बड़ी संख्या में अनुयायी शामिल हुए।
प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के संस्थापक ब्रह्मा बाबा का 54वां स्मृति दिवस समारोह 18 जनवरी को गिरिडीह के श्याम पथ में स्थित ब्रह्मा कुमारी केन्द्र में मनाया गया। कार्यक्रम में भाई बहनों ने बाबा के चित्र पर फूल माला अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया एवं बाबा को याद करते हुए उनके बताए अध्यात्म के मूल तत्व आत्मसात करने का संकल्प लिया।
प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय धनबाद की मुख्य संचालिका अनु दीदी ने ब्रह्मा बाबा के आध्यात्मिक जीवन की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मानव अगर साईलेन्स की शक्ति को समझ ले तो व्यक्ति महान बन सकता है, क्योंकि साईलेन्स की शक्ति से नई सृष्टि का निर्माण होता है। उन्होने श्रीमत् पर चलने की बात पर कहा कि श्रीमत् मे मात पिता गुरू और शिक्षक का रस होता है। जो उच्च शिखर तक ले जाने में सहायक होता है।
अनू दीदी ने कहा कि ब्रह्मा बाबा के पदचिह्नों को आत्मसात कर लाखों अनुयायी ईश्वरीय ज्ञान को प्राप्त कर जीवन जीने को अपना आदर्श मान रहे हैं। उन्होने कहा कि बाबा ने नारी शक्ति के साथ विश्व परिवर्तन का जो कारवॉ शुरू किया, वह आज एक महान आध्यात्मिक शक्ति का काम करीब 40 हजार से भी ज्यादा भाई व बहन मिलकर कार्य कर रहे हैं।
विश्व के 140 देशों में दस लाख से भी ज्यादा लोगों के जीवन में उर्जा और शक्ति का संचार करने का सेवा कर रहे हैं।
समारोह में धनबाद की नमिता दीदी, गिरिडीह की संचालिका अंजली दीदी समेत काफी संख्या में ब्रह्मा कुमारी के भाई बहन शामिल हुए।
128 total views, 1 views today