प्रहरी संवाददाता/हाजीपुर (वैशाली)। इंसानियत अभी जिंदा है। इसकी मिशाल पेश की है 4 नवंबर को सड़क हादसे में बुरी तरह से घायलों को अस्पताल पहुंचाकर रक्तवीरों ने।
जानकारी के अनुसार वैशाली जिला के हद में हाजीपुर-महुआ मुख्य मार्ग पर रानी पोखर के समीप एक मोटरसाइकल दुर्घटना में एक 4 वर्ष का बच्चा और उसकी माँ पर गीरकर बुरी तरह से घायाल हो गए। बच्चे का सर फटा था और उसके सर से खुन निकल रहा था। काफी संख्या में आसपास के रहिवासी जमा हो गए। भीड़ पुलिस के आने का इंतजार कर रहा था।
कोई घायल बच्चे को इलाज के लिए तैयार नही दिखा। घायल माहिला अपना पता ग्राम रामपुर बोरहा जंदाहा निवासी विजय कुमार सिंह की पत्नी तथा उनका पुत्र बता रही थी। उसी समय महुआ से हाजीपुर लौटते समय सूरज शर्मा जो हाजीपुर वार्ड नंबर 38 निवासी की नजर पड़ी। शर्मा ने घायल माहिला और उसके बच्चे को अविलंब एक प्राइवेट एम्बुलेंस की मदद से हाजीपुर सदर अस्पताल में लाये।
बच्चे के अस्पताल लाये जाने की सूचना शर्मा ने अपने रक्तवीर परिवार के सदस्यो को दी। घटना की जानकारी पर हाजीपुर के रक्तवीर परिवार के सभी सदस्य तत्काल सदर अस्पताल पहुंचकर अस्पताल के आक्समिक चिकित्सा केन्द्र में घायल बच्चे को भर्ती कराया।
अस्पताल मे अधिवक्ता सह पत्रकार गंगोत्री प्रसाद सिंह, समाजसेवी जगरनाथ पासवान, प्रवीण कुमार, विकास कुमार, कर्मयोगी कुन्दन कुमार राय सभी उस घायाल बच्चे के इलाज के लिए भागदौर करते रहे।
दूसरी ओर सदर अस्पताल के सभी कर्मचारियों के सूझबूझ से गंभीर रूप से घायल उक्त बच्चा और उसकी मां अभी स्वस्थ है। हाजीपुर के रक्तवीर परिवार के इन युवाओं के कार्य को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि मानवता अभी ज़िन्दा है।
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