तेनुघाट अधिवक्ता संघ के सदस्यों ने स्वयं को न्यायिक कार्यों से अलग रखा
ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। झारखंड बार काउंसिल (Jharkhand Bar Council) के निर्देश पर तेनुघाट व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ताओं ने एक फरवरी को स्वयं को न्यायिक कार्यों से अलग रखा और काला फीता लगाकर विरोध प्रकट किया।
इसे लेकर तेनुघाट अधिवक्ता संघ भवन में संघ के अध्यक्ष कामेश्वर मिश्रा की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि झारखंड विधिज्ञ परिषद के सदस्य सह अधिवक्ता हेमंत सिकरवार के ऊपर जानलेवा हमला की घोर निंदा करते हैं।
साथ ही विरोध में अधिवक्ता संघ के सदस्य अपने आप को न्यायिक कार्यों से अलग रखें। साथ हीं काला फीता लगाकर विरोध प्रकट किया। सर्वसम्मति से यह भी निर्णय लिया गया कि सरकार (Government) अधिवक्ताओं की सुरक्षा में जल्दी अधिवक्ता सुरक्षा कानून लावे और उसे लागू करे। इस प्रस्ताव की कॉपी बेरमो अनुमंडल पदाधिकारी के माध्यम से सरकार से मांग किया जाए।
बैठक के बाद अधिवक्ता संघ अध्यक्ष कामेश्वर मिश्रा और महासचिव वकील प्रसाद महतो की अगुवाई में संघ के सदस्यों के द्वारा प्रस्ताव की कॉपी (Copy) अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार को दिया गया।
बैठक में संघ (Union in meeting) के उपाध्यक्ष अजीत कुमार लाल, राजीव कुमार तिवारी, रितेश कुमार जयसवाल, जगदीश मिस्त्री, रविंद्र नाथ बोस, हरि शंकर प्रसाद, मृत्युंजय कुमार झा, अरुण कुमार सिन्हा, डी एन तिवारी, वीरेंद्र प्रसाद, वेंकट हरी विश्वनाथन, मजहर जानी, महेश ठाकुर, तेजू करमाली सहित संघ के अधिवक्ता गण मौजूद थे।
239 total views, 1 views today