परिजनों ने जांच की न्यायिक जाता की मांग
मृत्युंजय कुमार/उजियारपुर(समस्तीपुर)। समस्तीपुर जिले के ताजपुर प्रखंड ( Tajpur block) के हद में माधोपुर दिघरुआ पंचायत के एक मजदूर की मृत्यु मुम्बई के मीरा रोड स्थित पारस मार्बल फेक्ट्री में बीते 12 जनवरी को हो गयी। मृतक मजदूर की पहचान स्थानीय निवासी महेंद्र बैठा (Mahendra betha) का 24 वर्षीय पुत्र राधे रजक के रूप में की गई।मजदूर की मौत मामले की परिजनों ने न्यायिक जांच की मांग की है।
जानकारी देते हुए स्थानीय मुखिया रंजीत चौधरी ने बताया कि बीते 12 जनवरी को थाने से फोन आया कि दिघरुआ पंचायत के मजदूर राधे रजक की मृत्यु मुम्बई के पारस मार्बल फेक्ट्री में हो गयी है। पुलिस द्वारा खबर पाकर परिजनों को घटना की सूचना दिया गया। और परिजनो को साथ मे लेकर मुम्बई के लिए रवाना हो गया। वहां पहुंचने के बाद फेक्ट्री के मालिक से जानकारी मिली कि बीते 12 जनवरी को फैक्ट्री में काम करने के दौरान उसके सिर पर मार्बल गिर गया, जिससे उसकी मृत्यु हो गयी। हालांकि फैक्ट्री मालिक द्वारा बताए गए मृत्यु के कारण से परिजन सन्तुष्ट नही हुए। मृत्यु का कारण जानने के लिए जांच की मांग पर अड़े थे। परिजनों के फरियाद पर मुम्बई पुलिस से जांच की गुहार लगाई गई। मुम्बई में स्थित स्थानीय थाने की पुलिस ने फरियाद सुना और परिजनों से आवेदन लेकर उचित जांच का भरोसा दिया। तदोपरांत पुलिस द्वारा पोस्टमाटर्म कराने के बाद शव को लेकर परिजनो के साथ बिहार अपने गांव पहुंचे। मृतक का शव गांव में पहुंचते हीं कोहराम मच गया। मृतक राधे का मात्र दो वर्ष पहले हीं शादी हुई थी। वे अपने पीछे पत्नी और एक वर्ष की माशूम बच्ची को छोड़ गया।
मृतक की पत्नी मोनी देवी अपनी एक वर्ष की माशूम बच्ची को गोद में लेकर बिलाप करते-करते बार-बार बेहोश हो रही थी। माता मछिया देवी एवं मजदूर पिता महेंद्र बैठा तथा अन्य परिजनों का भी रो-रो कर बुरा हाल था। ग्रामीणों से जानकारी मिली कि मात्र दो महीने पहले मजदूर राधे मजदूरी करने मुम्बई गया था। वापस उसका शव आया है। इस मजदूर की पत्नी और एक वर्षीय माशूम बच्ची का तो दुनिया हीं उजड़ गया। अब इसका सहारा कौन बनेगा? पिता भी एक मजदूर हीं है, जो मजदूरी करके मृतक के अन्य भाई-बहन का पालन-पोषण कर रहे हैं। मृतक की पत्नी और माशूम बच्ची का तो मानो सब कुछ उजड़ गया। मौके पर स्थानीय मुखिया रंजीत चौधरी, सरपंच त्रिभुवन बैठा, राकेश चौधरी, पैक्स अध्यक्ष मो.तौफिल आलम, रविंदर सिंह, मो.सिप्टेन, राकेश बैठा, चंदेश्वर बैठा समेत सैंकड़ो ग्रामीण मृतक के घर पर पहुंच कर परिजनों को इस दुख के घड़ी को सहने का हौसला दिया। साथ हीं स्थानीय मुखिया रंजीत चौधरी द्वारा कबीर अंत्योष्टि की राशि देकर अंतिम दाह संस्कार किया गया। उपस्थित मुखिया रंजीत चौधरी ने मृतक के परिजनों को हर शम्भव मदद दिलवाने का भरोसा दिया।
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