नोट के चोट पर वोट मांगने वाले उम्मीदवारों से सावधान !

डीएमके फैक्टर चला तो होगा महायुती को नुकसान

प्रहरी संवाददाता/मुंबई। राज्य की जनता से अपील, मतदान आपका मौलिक अधिकार है, इसे किसी भी किमत पर जाया न करें। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 288 सीटों पर जबरदस्त मुकाबला होने जा रहा है। इसके लिए 20 नवंबर को मतदान और 23 नवंबर को परिणाम की घोषणा होगी।

लिहाजा महाराष्ट्र की जनता से अपील है कि अपने मताधिकार का प्रयोग कर अपने मन पसंद और योग्य उम्मीदवार को ही चुने। इस चुनाव में ऐसे उम्मीदवार को कतई वोट न दें जो हमेशा स्विच ऑफ, नॉट रिचेबल या कॉल रिसीव न करता हो। ऐसे में मतदान से पहले कुछ और बातों का भी ध्यान रखें नोट देकर वोट मांगने वाले और क्रिमिनल उम्मीदवारों से भी सावधान रहें। ध्यान रखें मतदान से पहले योग्य या आपकी पसंद का उम्मीदवार न हो तो अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए नोटा का बटन दबाकर अपनी नाराजगी का इजहार भी कर सकते हैं। यह अधिकार आपको संविधान ने दिया है।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 288 सीटों के लिए कुल 4136 उम्मीदवार मैदान में हैं। सोमवार की शाम 5 बजे चुनाव प्रचार थम चूका है। अब बुधवार यानि 20 नवंबर को मतदान होना है। बता दें कि 288 सीटों पर कुल 9 करोड़ 70 लाख मतदान अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले हैं। इसके लिए 1 लाख 186 हजार मतदान केंद्र बनवाये गए हैं।

इनमें मुंबई की कुल 36 विधानसभा की सीटों पर 1करोड़ 2 लाख 29 हजार 708 मतदाताओं का समावेश है। मुंबई की कुल 36 सीटों के लिए 10,117 मतदान केंद्र पूरी तरह से सज धज कर तैयार हैं। मुंबई के धनाठ्यों में घाटकोपर पूर्व विधानसभा से पराग शाह, मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा से अबू आसिम आजमी और दक्षिण मुंबई के पॉश इलाका मालाबार हिल से मंगल प्रभात लोढ़ा चुनावी मैदान में हैं।

बताया जाता है कि महाराष्ट्र में 2024 का विधानसभा अब तक के इतिहास का सबसे महंगा चुनाव साबित होगा। क्योंकि इस चुनाव में साम, दाम, भेद, भाव और दंड का खुलेआम इस्तेमाल हो रहा है।

महायुती के साथ एक और समस्या है , अगर डीएमके फैक्टर चला तो नुकसान से इंकार नहीं किया जा सकता है। क्योंकि राज्य में दलित, मुस्लिम और कुनबी समाज का भारी भरखम वोट हैl आंकड़ो के अनुसार राज्य में 18 से 20 प्रतिशत दलित, 13 से 15 प्रतिशत मुस्लिम और 15 से 17 प्रतिशत कुनबी समाज के नागरिक रहते हैं जोकि चुनाव का रुख बदल सकते हैं। कयास लगाया जा रहा है कि डीएमके फैक्टर चला तो महायुती को भरी नुकसान हो सकता है। राजनीत के जानकारों का मानना है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में डीएमके फैक्टर का भी असर देखने को मिल सकता है।

महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार थमने के बाद मौजूदा समय में चौंकाने वाली खबरें छन कर आ रहीं हैं। इसके तहत कहीं टन के हिसाब से मटन की सप्लाई हो रही है, तो कहीं प्रति वोट 10 हजार के दर से खरीदने की बात कही जा रही है। इस बीच भाजपा के पूर्व मंत्री विनोद तावडे द्वार लिफाफा बांटने का आरोप भी लगा है। 2024 के विधानसभा चुनाव में दारू, मटन और नोटों की गड्डियों की कोई अहमियत है। इस चुनाव में यह भी देखने को मिला कि चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे उम्मीदवारों में अधिकांश दागी हैं।

Tegs: #beware-of-candidates-asking-for-votes-on-currency-notes

 45 total views,  4 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *