एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। बीसीसीएल धनबाद के नए निदेशक तकनीक (डीटी) मनोज कुमार अग्रवाल का बेरमो के कई अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा एक फरवरी को उनके बोकारो जिला के हद में बेरमो पहुंचने पर स्वागत किया गया।
इस अवसर पर डीटी अग्रवाल ने कहा कि बीसीसीएल की चालू वित्तीय वर्ष में कोयला उत्पादन लक्ष्य को हर हाल में हासिल किया जाएगा। उन्होंने उपस्थित जनों से बेरमो कोयलांचल क्षेत्र के कोयला उत्पादन की विस्तृत जानकारी ली। डीटी का स्वागत करने वालो मे एएडीओसीएम के मैनेजर मुनीनाथ सिह, सेल ऑफिसर विवेक सिंह, साइडिंग मैनेजर प्रदीप कुमार, डिपार्टमेंटल ओपनकास्ट इंचार्ज संतोष कुमार, कमल उपाध्याय, आनंद विश्वकर्मा सहित दर्जनो गणमान्य शामिल थे।
अग्रवाल सीसीएल के ढोरी क्षेत्र के रह चुके हैं जीएम
ज्ञात हो कि, बीसीसीएल डीटी मनोज कुमार अग्रवाल का स्थानांतरण बीते वर्ष 15 मार्च 2024 को सीसीएल से एनसीएल किया गया था। एनसीएल स्थानांतरण से पहले अग्रवाल सीसीएल के ढोरी एरिया के जीएम पद पर पदस्थापित थे। इससे पूर्व वे 6 नवंबर 2023 को सीसीएल तथा 7 नवंबर 2023 को एसईसीएल के डीटी के लिए हुए साक्षात्कार में भी शामिल हुए थे।
बीसीसीएल के नये डीटी अग्रवाल ने इंटरमीडिएट की परीक्षा विज्ञान महाविद्यालय पटना से 1985 बैच में पास की। खनन में बीटेक, आइआइटी (आइएसएम) धनबाद से सत्र 1986-1990 में किया। वहीं प्रथम श्रेणी प्रबंधक योग्यता प्रमाण पत्र धारक, डीजीएमएस व बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर (कार्यकारी एमबीए) भारतीय प्रबंधन विद्यालय रांची (2021-2023) हैं।
कोयला मंत्री पुरस्कार से हो चुके है सम्मानित
जानकारी के अनुसार अग्रवाल ने कोल इंडिया में सर्वश्रेष्ठ एरिया जनरल मैनेजर के लिए कोयला मंत्री पुरस्कार 2021-2022 प्राप्त किया, जबकि वित्त वर्ष 2016-17 में नार्थ कर्णपुरा के रोहिणी में सीसीएल के सर्वश्रेष्ठ परियोजना अधिकारी से भी सम्मानित हो चुके है। भारत और विदेशों के दलित और पिछड़े के उत्थान से संबंधित सामाजिक सेवाओं के लिए डॉ अंबेडकर उत्कृष्ट सेवा राष्ट्रीय पुरस्कार-2020 और वीर बिरसा मुंडा राष्ट्रीय पुरस्कार-2021 से भी सम्मानित हो चुके हैं।
डीटी अग्रवाल ने अगस्त 1990 में कोल इंडिया के साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड में योगदान दिया था, जहां मार्च 1997 तक पदस्थापित रहे। इसके बाद अप्रैल 1997 से नवंबर 2011 तक सेक्शन इंचार्ज नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड सिंगरौली में रहे।
जबकि सीसीएल के पिपरवार ओपनकास्ट परियोजना प्रबंधक (खनन) के रूप में नवंबर 2011 से मई 2014 तक रहे। मई 2014 से जून 2017 तक डकरा, मगध और रोहिणी ओसीपी में बतौर परियोजना पदाधिकारी काम किया। इसके बाद जुलाई 2017 से जून 2024 तक सीसीएल के ढोरी, गिरिडीह, पिपरवार, राजहरा और एनके एरिया के जीएम रहे।
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