राजेश कुमार/बोकायो थर्मल (बोकारो)। सृजन दिवस ( बैशाखी पर्व) के अवसर पर बोकारो थर्मल स्थित गुरुद्वारा परिसर में 13 अप्रैल को 325वां खालसा सृजन दिवस धूमधाम से मनाई गई।
बैशाखी पर्व को लेकर बोकारो थर्मल सहित कथारा, गोमियां, जरीडीह बाजार, संडे बाजार, करगली, फुसरो, चंद्रपुरा, जारंगडीह सहित दर्जनों गुरुद्वारा कमिटी व् सैकड़ों की संख्या में भक्त पहुंचकर वैशाखी पर्व में शामिल हुए।
कार्यक्रम में बंगाल के रानीगंज से आए भजन मण्डली के गुरदीप सिंह ने कहा कि वैशाखी पर्व गुरुजी ने खालसाओं में अलौकिक शक्ति संचार कर उनको उपदेश दिया कि ख़ालसा में ऊँच-नीच कोई नहीं। सब एक स्वरूप हैं।
खालसा का पहला धर्म है देश व् मानव जाति की रक्षा के लिए तन-मन-धन सब कुछ न्यौछावर कर निर्धनों, अनाथों तथा असहायों की रक्षा के लिए सदा आगे रहना। उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी ने खालसा पंथ का सृजन कर जनमानस में यह विश्वास उत्पन्न किया था।
ज्ञात हो कि आज के वैशाखी पर्व को लेकर बीते 11 अप्रैल से ज्ञानी मंजीत सिंह द्वारा स्थानीय गुरुद्वारा में कथा पाठ कार्यक्रम की जा रही थी। वही आज के उक्त कार्यक्रम में मुख्य रूप से गुरुद्वारा प्रधान बक्शी सिंह, धर्म सिंह, बिनोद भाटिया, जीत सिंह, जगपाल सिंह, गुरमीत सिंह, सबिंदर सिंह सहित काफी संख्या में महिलाएं व् पुरुष कार्यक्रम में शामिल थे।
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