अशोक कुमार सिंह/बगोदर (गिरिडीह)। गिरिडीह जिला के हद में बगोदर विधानसभा क्षेत्र के सभी प्रखंडों में विभिन्न स्थानों में करोड़ों की लागत से प्राथमिक उपचार केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैसे महत्वपूर्ण चिकित्सा केन्द्र बन कर तैयार है। केन्द्र में सुविधा के नाम पर ना डॉक्टर है, ना नर्स।
ग्रामीण इलाके में मरीजों को स्वास्थ सुविधा मिले, इसके लिए बगोदर विधायक नागेंद्र महतो ने 21 मार्च को झारखंड विधानसभा में प्रश्नकाल सत्र के दौरान सरकार से प्रश्न करते हुए कहा कि करोड़ों रुपया से निर्मित उप स्वास्थ्य केंद्रों में नर्स/डॉक्टरों/ लैब टेक्नीशियन की बहाली नहीं होने के कारण मरीजों को ईलाज के लिए बड़े शहर काफी दूर जाना पड़ता है।
जैसे में रांची, हजारीबाग, धनबाद इत्यादि जगहों पर जाकर स्वास्थ सुविधा की जांच व चेकअप कराना पड़ता है, जिससे उन्हें काफी परेशानी होती है। यही नहीं बाहर इलाज कराने जाने से अधिक खर्च होती है। विधायक महतो ने सदन से उप स्वास्थ केन्द्रों में नर्स, डॉक्टर एवं लैब टेक्नीशियन वगैरह चिकित्सा सुविधा बहाल कराने की मांग की।
बताया जाता है कि ग्रामीण क्षेत्र के रहिवासी अधिकतर बाहर के राज्यों में रोजगार करते है। ऐसे में महिलाएं घर पर रहती है और स्वास्थ संबंधी जब दिक्कत होती है तब पड़ोसी से सहायता लेकर बाहर इलाज के लिए जाते है। ऐसी स्थिति में इलाज से ज्यादा कभी कभी किराया ही लग जाता है। जिससे वे परेशान हो जाते है। जब नजदीक के उप स्वास्थ केन्द्र में सुविधा उपलब्ध होगी तो रहिवासी आसानी से नजदीकी केन्द्र में जाकर अपनी स्वास्थ संबंधी जानकारी व चेकअप करा सकते है।
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