गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। लोकसभा चुनाव में हाजीपुर लोकसभा सीट एक हॉट सीट माना जा रहा है। जहां से स्वर्गीय रामविलास पासवान के पुत्र लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान इस बार चुनाव लड़ रहे हैं। इनका मुकाबला महागठबंधन के उम्मीदवार शिवचंद्र राम से है।
बीते दो मई को चिराग पासवान ने हाजीपुर सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल किया। उनके नामांकन जुलूस में हजारों की संख्या में उनके समर्थक और एनडीए के कार्यकर्ता शामिल हुए।
नामांकन के पूर्व चिराग पासवान ने हाजीपुर सर्किट हाउस के सामने स्थित अपने पिता रामविलास पासवान की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण करने के बाद जुलूस के रूप में रामाशीष चौक से स्टेशन चौक होते हुए अनवरपुर चौक पहुंचे और इस चौक पर दिवंगत रामविलास पासवान द्वारा ही स्थापित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। साथ हीं उनका आशीर्वाद लिया।
चिराग के नामांकन जुलूस आगे जाने के बाद अनवरपुर चौक के स्थानीय पासवान समुदाय के ही कुछ युवक और उनके विरोधी दल के कार्यकर्ता पहुंच कर चिराग पासवान को आरक्षण और दलित विरोधी बताते हुए चिराग पासवान मुर्दाबाद का नारा लगाने लगे। उक्त स्थल पर काफ़ी संख्या में तमशबीन भी जमा हो गए। इन युवकों ने बाल्टी भर दूध से आंबेडकर की प्रतिमा को नहलाया।
इस अवसर पर स्थानीय पासवान समाज के एक युवक ने बताया कि आंबेडकर ने दलितों के लिए आरक्षण बनाया था, ताकि दलित समाज का विकास हो सके और समाज आगे बढ़ सके। लेकिन चिराग पासवान आरक्षण के सबसे बड़े विरोधी हैं। हमारे समाज से आते हैं, लेकिन हमारे समाज के बारे में सोचते नहीं हैं।
इस मामले की जानकारी मिलने पर चिराग पासवान की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। चिराग ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह सोच उसी मानसिकता को दर्शाती है, जिस मानसिकता के खिलाफ हमेशा बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर ने लड़ाई लड़ी।
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