एस. पी. सक्सेना/बोकारो। देशज अभिकरण की महिलाओं ने एनसीआरएपी तथा सीसीएल कथारा क्षेत्र सीएसआर के सौजन्य से 7 सितंबर को वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम बोकारो जिला के हद में स्टॉफ रिक्रियेशन क्लब कथारा में आयोजित किया गया।
जानकारी के अनुसार सतर्कता जागरूकता अभियान के अंतर्गत स्वच्छ वायु के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर कथारा क्षेत्र में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बेरमो प्रखंड प्रमुख गिरिजा देवी, विशिष्ट अतिथि सीसीएल महाप्रबंधक सहित क्षेत्रीय प्रबंधक कार्मिक एवं प्रशासन जयंत कुमार के अलावा सीएसआर अधिकारी चंदन कुमार, क्षेत्रीय पर्यावरण प्रबंधक श्याम सुंदर पाल, जीएम के तकनीकी सहायक राहुल कुमार, समाजसेवी सीमा देवी, के. ललिता राव, देशज अभिकरण की दीपमाला देवी, रेखा दुबे, सीता देवी, सुशीला देवी आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ सुशीला देवी, गौरी कुमारी, सीता देवी द्वारा स्वागत गान से किया गया। अध्यक्षता क्षेत्र के महाप्रबंधक संजय कुमार तथा संचालन रेखा दुबे ने की।
इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि बेरमो प्रखंड प्रमुख गिरिजा देवी ने कहा कि वायु प्रदूषण एक ऐसा जहर है जो केवल मानव जाति ही नहीं, बल्कि पूरे ब्रह्मांड के जीवन को प्रभावित करता है।
बानगी हम सभी को वर्ष 2020 में देखने को मिला, जब कोरोना वायरस के दहशत के कारण पूरा देश सिमट कर घरों में समा गया था, इससे निपटने के लिए आमजन चेहरे पर मास्क लगाकर निकलते थे. यह वायु प्रदूषण का ही परिणाम था। इसलिए इस पर करगार तरीके से रोक लगाना जरूरी है। यह समाज में जागरूकता से ही संभव है।
कथारा क्षेत्र के महाप्रबंधक संजय कुमार ने कहा कि महिलाओं का यह कार्य काफी सराहनीय है कि वे अपने स्तर से वायु प्रदूषण तथा पर्यावरण के प्रति काफी सजग है। इसके लिए महिलाएं साधुवाद के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की शुद्धता के लिए घर-घर जाकर आमजनों को समझाना महिलाओं द्वारा बेहतर ढंग से किया जा सकता है। इसमें एनसीआरएपी तथा देशज अभिकरण को सीसीएल सीएसआर विभाग हर कदम साथ देने को तैयार है।
उन्होंने कोरोना काल का भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि स्वच्छ वायु मानव जीवन का आधार है। इसे बनाए रखने के लिए हमें सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है। कहा कि पर्यावरण संरक्षण आज की प्रमुख चुनौतियों में से एक है। कोल इंडिया इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
उन्होंने कोल इंडिया के सीएसआर और सतत विकास पहल के बारे में विस्तार से बताया। साथ हीं कहा कि कंपनी पर्यावरण संरक्षण के लिए विभिन्न योजनाओं को लागू कर रही है, जिसमें वृक्षारोपण, धूल नियंत्रण तथा सौर ऊर्जा परियोजना शामिल है। उन्होंने कहा कि कंपनी के स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं का उद्देश्य कार्बन फुटप्रिंट को कम करना है और समाज के उत्थान के लिए निरंतर कार्यरत रहना है।
महाप्रबंधक ने सतर्कता जागरूकता अभियान की चर्चा करते हुए बताया कि कथारा क्षेत्र में इस अभियान के तहत भ्रष्टाचार को रोकने और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कर्मचारियों और ग्रामीण रहिवासियों से आह्वान किया कि वे पर्यावरण और स्वच्छता के प्रति जागरूक रहें और इस दिशा में सीसीएल द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उठाएं।
कथारा क्षेत्रीय प्रबंधक कार्मिक एवं प्रशासन जयंत कुमार ने कहा कि सीसीएल पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण के लिए खासकर वायु शुद्धता को बनाए रखने के लिए कई तरह की करगर उपाय कर रही है। इसका सार्थक परिणाम भी सामने आने लगा है। इसी के तहत वायु प्रदूषण की शुद्धता को बनाए रखने तथा घटते ऑक्सीजन की मात्रा की पूर्ति के लिए सीसीएल द्वारा अपने अधीनस्थ क्षेत्र में प्रतिवर्ष लाखों वृक्ष लगाया जा रहा हैं। सीएसआर अधिकारी चंदन कुमार ने भी विस्तृत रूप से जानकारी दी।
साथ हीं कहा कि पर्यावरण प्रदूषण के कारण हीं नयी नयी बीमारियां आमजनों में देखने को मिल रहा है। उन्होंने बताया कि बिहार का एक जिला है जहां आज भी बच्चों का जन्म मृत्यु दर अधिक है, हालांकि हाल के वर्षो में देश में शिशु मृत्यु दर में काफी कमी देखी जा रही है।
सीएसआर अधिकारी ने कहा कि वायु प्रदूषण के कारण इलाज तथा दवा में जितना खर्च हो रहा है, यदि वातावरण शुद्ध रहेगा तो स्वास्थ्य सेवा पर होनेवाले खर्च में बड़े पैमाने पर कमी आएगी।
मौके पर सीसीएल कर्मी अमित टोप्पो, विक्रम दास, विक्रम कुमार के अलावा एएनएम स्नेह लता, सोनामती देवी, कलावती देवी, ललिता देवी, रिंकी देवी, सुनीता देवी, पूनम देवी, यशोदा देवी, रूपा देवी, सुभद्रा देवी, लीना एंथोनी, शांति देवी, पुष्पा कुमारी, मालती देवी, सविता देवी, सुनीता देवी, रीता देवी सहित दर्जनों ग्रामीण महिलाएं उपस्थित थी।
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