आशा कार्यकर्ताओं को 10 हजार नियमित मासिक मानदेय मिले-बंदना सिंह
एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। आशा कार्यकर्ताओं का बीते 12 जुलाई से शुरू राज्यस्तरीय अनिश्चितकालीन हड़ताल 16 जुलाई को 5वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान सभी आशा कर्मी हड़ताल पर डटी रही। जानकारी के अनुसार इस दौरान समस्तीपुर जिला के हद में ताजपुर स्थित अस्पताल के मुख्य द्वार को बंद कर आशाकर्मियों ने धरना दिया।
जानकारी के अनुसार महिला संगठन ऐपवा एवं भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने मौके पर आहूत धरना में शामिल होकर आशा कार्यकर्ताओं के आंदोलन के साथ एकजुटता प्रकट किया।
यहां ऐपवा के समस्तीपुर जिलाध्यक्ष बंदना सिंह, भाकपा माले के प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, प्रभात रंजन गुप्ता, मो. एजाज, ऐपवा के कुमारी रंजू ने आशा कार्यकर्ताओं के साथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
आशा संघ की सुनीता प्रसाद की अध्यक्षता में सभा का आयोजन किया गया। सभा को तारा देवी, शोभा देवी, संगीता देवी, सुधा देवी, लालपरी देवी, सीमा कुमारी, मुन्नी देवी, सरिता कुमारी, अर्चना वर्मा समेत बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्त्ताओं ने संबोधित किया।
इस दौरान बतौर अतिथि धरना को संबोधित करते हुए ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं को पारितोषिक नहीं, मासिक मानदेय समेत राज्य कर्मी का दर्जा मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ता व फैसिलिटेटरों की मांग जायज है। इसे अविलंब सरकार पूरा करे, अन्यथा महिला संगठन ऐपवा भी आशा कार्यकर्ताओं के समर्थन में आंदोलन चलाने को बाध्य होगी।
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